झारखंड विधानसभा भवन परिसर में 75वां वन महोत्सव का आयोजन, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाया गया कदम

झारखंड विधानसभा भवन परिसर में 75वां वन महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया, जिसमें विधायकों ने पर्यावरण संरक्षण और हरित क्रांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।

Jul 26, 2024 - 16:21
Jul 26, 2024 - 16:51
झारखंड विधानसभा भवन परिसर में 75वां वन महोत्सव का आयोजन, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाया गया कदम
झारखंड विधानसभा भवन परिसर में 75वां वन महोत्सव का आयोजन, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाया गया कदम

झारखंड सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा शुक्रवार को 75वां वन महोत्सव 2024 का आयोजन झारखंड विधानसभा भवन परिसर में किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में झारखंड के सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया था, और इसका मुख्य विषय था “जब होगी वनों की रखवाली तभी होगी धरती पर हरियाली।”

विधायकों की सक्रिय भागीदारी

इस अवसर पर घाटशिला विधायक रामदास सोरेन ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और अपने कर कमलों से एक फलदार पौधे का पौधारोपण किया। कार्यक्रम में झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत उपस्थित विधायकों ने संकल्प लिया कि वर्तमान समय में पर्यावरण की कमी के कारण प्रकृति में असंतुलन हो रहा है, और इसे हर हाल में हरित क्रांति को बढ़ावा देकर संतुलित किया जा सकता है। सभी विधायकों ने वन महोत्सव में भाग लेकर पर्यावरण संरक्षण और हरित क्रांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों ने पर्यावरण की रक्षा के महत्व को रेखांकित किया और भविष्य में इस दिशा में और भी प्रयास करने का संकल्प लिया। घाटशिला विधायक रामदास सोरेन ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर दिया और वृक्षारोपण के माध्यम से हरित क्रांति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम की मुख्य बातें

कार्यक्रम में उपस्थित विधायकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और वृक्षारोपण के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण से न सिर्फ पर्यावरण में सुधार होता है, बल्कि यह हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित पर्यावरण भी सुनिश्चित करता है।

75वां वन महोत्सव 2024 झारखंड में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के कार्यक्रमों से न सिर्फ पर्यावरण की सुरक्षा होती है, बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलती है। झारखंड सरकार के इस प्रयास की सराहना की जानी चाहिए और सभी को इसमें भागीदारी निभानी चाहिए।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।