Sitaramdera Construction Accident: भवन निर्माण के दौरान दो मजदूर ऊंचाई से गिरे, मजदूरों की हालत गंभीर!
सीतारामडेरा में भवन निर्माण के दौरान दो मजदूर ऊंचाई से गिरे, हालत गंभीर। सेफ्टी गियर की कमी बनी हादसे की वजह? जानिए पूरी खबर।

सीतारामडेरा के छायानगर में सोमवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने वहां मौजूद सभी लोगों को झकझोर कर रख दिया। भवन निर्माण कार्य कर रहे दो मजदूर बांस की सीढ़ी से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में श्रीनाथ और शिबू नाम के मजदूर जख्मी हुए, जिनमें से एक की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
कैसे हुआ यह हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शिबू गिट्टी लेकर बांस की सीढ़ी से ऊपर चढ़ रहा था। तभी अचानक उसका पैर फिसल गया और वह नीचे आ गिरा। ठीक उसके पीछे श्रीनाथ भी सीढ़ी पर चढ़ रहा था, जो शिबू को गिरता देख संतुलन खो बैठा और वह भी नीचे गिर पड़ा।
घटना इतनी भयानक थी कि वहां मौजूद अन्य मजदूर घबरा गए और मदद के लिए दौड़ पड़े। मकान मालिक ने तुरंत दोनों को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल पहुंचाया, जहां से श्रीनाथ की गंभीर हालत को देखते हुए उसे टीएमएच रेफर कर दिया गया।
क्या सेफ्टी गियर की कमी बनी हादसे की वजह?
हादसे के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या यह दुर्घटना सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण हुई?
- क्या मजदूरों को सेफ्टी बेल्ट और हेलमेट उपलब्ध नहीं कराए गए थे?
- क्या बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन में सेफ्टी प्रोटोकॉल को नजरअंदाज किया जा रहा है?
- अगर मजदूरों ने सेफ्टी बेल्ट पहनी होती, तो क्या यह हादसा रोका जा सकता था?
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे!
भारत में निर्माण कार्य के दौरान मजदूरों की मौत या घायल होने की घटनाएं आम हो गई हैं।
- 2022 में दिल्ली के एक निर्माण स्थल पर बिल्डिंग से गिरकर तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई थी।
- 2023 में मुंबई में एक ऊंची इमारत से गिरने के कारण दो मजदूरों की जान चली गई थी।
- 2024 में कोलकाता में भी सेफ्टी गियर न होने की वजह से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी।
क्या कहते हैं सुरक्षा नियम?
भारत में भवन निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा के लिए कई नियम बनाए गए हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है।
- बिल्डिंग एंड अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स (BOCW) एक्ट के तहत सभी मजदूरों को सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट और जूते दिए जाने चाहिए।
- अगर कोई मजदूर ऊंचाई पर काम कर रहा है, तो उसे हार्नेस बेल्ट पहनना अनिवार्य है।
- काम के दौरान कोई हादसा हो, तो ठेकेदार और मकान मालिक की जिम्मेदारी बनती है कि वे पीड़ित मजदूरों को उचित मुआवजा दें।
मकान मालिक और ठेकेदार की लापरवाही उजागर!
इस मामले में मजदूरों का कहना है कि उन्होंने सेफ्टी बेल्ट नहीं पहनी थी, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या उन्हें सेफ्टी गियर उपलब्ध कराए गए थे?
- अगर ठेकेदार ने उन्हें सुरक्षा उपकरण दिए होते, तो यह हादसा रोका जा सकता था।
- क्या मकान मालिक को यह नहीं देखना चाहिए था कि काम करने वाले मजदूर सुरक्षा उपकरण पहन रहे हैं या नहीं?
- क्या प्रशासन इस मामले में ठेकेदार और मकान मालिक पर कोई कार्रवाई करेगा?
स्थानीय प्रशासन का क्या कहना है?
घटना के बाद स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- क्या सेफ्टी नियमों की अनदेखी की गई थी?
- क्या ठेकेदार को मजदूरों की सुरक्षा का ध्यान नहीं था?
- क्या मकान मालिक पर कोई कार्रवाई होगी?
अब आगे क्या?
इस घटना के बाद मजदूरों के परिजनों में गुस्सा है। वे चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो और मजदूरों की सुरक्षा को लेकर सख्त नियम बनाए जाएं।
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