Dhanbad. Road Danger: एट लेन पर जानलेवा कट और लापरवाह वाहन चालक, हादसों का सिलसिला जारी – प्रशासन कब उठाएगा सख्त कदम?
धनबाद का पहला एट लेन रोड हादसों का केंद्र बन गया है। अवैध कट और रॉन्ग साइड ड्राइविंग के कारण सड़क पर जानलेवा स्थिति पैदा हो रही है। प्रशासन कब जागेगा?

धनबाद का पहला एट लेन रोड, जो आधुनिक ट्रैफिक सिस्टम का उदाहरण बन सकता था, आज बेकाबू हादसों का अड्डा बन चुका है। सरायढेला गोल बिल्डिंग से कांको मोड़ तक की यह सड़क, जहां तेज रफ्तार से वाहन दौड़ने चाहिए थे, वहां अब लापरवाही, अराजकता और प्रशासन की निष्क्रियता का बोलबाला है।
कैसे जानलेवा बन रही है एट लेन रोड?
अवैध कट और ईंट-पत्थरों का सहारा:
इस सड़क पर स्थानीय लोगों ने अपने फायदे के लिए अवैध कट बना लिए हैं, जिससे वाहन चालक बिना किसी नियम-कायदे के लेन क्रॉस कर रहे हैं।
- कुछ जगहों पर बाइक सवार ईंट और पत्थर रखकर एक लेन से दूसरी लेन में जा रहे हैं।
- इसके कारण तेज़ रफ्तार कारें अचानक दिशा बदलने को मजबूर हो जाती हैं, जिससे दुर्घटनाएं आम हो गई हैं।
रॉन्ग साइड चलने की बढ़ती घटनाएं:
- लेन क्रॉस करने के बाद बाइक और ऑटो चालक उल्टी दिशा में चलने लगते हैं।
- रॉन्ग साइड से आने वाले वाहनों को देखकर सही दिशा में चलने वाले ड्राइवर घबरा जाते हैं, जिससे टकराव की नौबत आ जाती है।
- रात के समय यह समस्या और गंभीर हो जाती है, क्योंकि अंधेरे में अचानक सामने आ जाने वाले वाहनों से बचना मुश्किल हो जाता है।
क्या प्रशासन को होश आएगा?
मूकदर्शक बना ट्रैफिक विभाग:
धनबाद प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस को इस समस्या की पूरी जानकारी है, फिर भी अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
- एट लेन रोड को सुचारू रूप से चलाने के लिए जहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होनी चाहिए थी, वहां प्रशासन की उदासीनता ने इसे 'डेथ ट्रैप' बना दिया है।
- ट्रैफिक पुलिस का गश्त नाममात्र का है, जिससे नियम तोड़ने वाले बेखौफ हैं।
- अगर जल्द ही सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो इस सड़क पर और अधिक जानें जाएंगी।
धनबाद की ट्रैफिक समस्या का इतिहास
धनबाद कोयलांचल क्षेत्र होने के कारण यहां ट्रैफिक हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है।
- 2015 में धनबाद में पहली बार स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम लागू करने की योजना बनी थी, लेकिन यह योजना कागजों में ही रह गई।
- 2018 में सरायढेला में ओवरब्रिज का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन आज तक इस पर कोई काम नहीं हुआ।
- 2022 में एट लेन रोड बनने के बाद उम्मीद थी कि ट्रैफिक की स्थिति सुधरेगी, लेकिन अवैध कट और नियमों की अनदेखी ने इसे और खतरनाक बना दिया।
स्थानीय लोगों की क्या राय?
"यह सड़क अब विकास की नहीं, बल्कि मौत की सड़क बन चुकी है।"
- रोजमर्रा के वाहन चालक और स्थानीय नागरिक इस स्थिति से परेशान हैं।
- कई लोगों का कहना है कि प्रशासन को सख्ती से सभी अवैध कट बंद कराने चाहिए और सुरक्षा उपायों को लागू करना चाहिए।
- अगर जल्द ही इस सड़क पर सख्त नियम लागू नहीं किए गए, तो हादसों की संख्या और बढ़ेगी।
अब आगे क्या?
समाधान क्या है?
अवैध कट और पत्थरों से की जा रही लेन क्रॉसिंग को तुरंत रोका जाए।
ट्रैफिक पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए और नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो।
रोड सेफ्टी के लिए CCTV कैमरे लगाए जाएं और ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन हो।
रॉन्ग साइड से चलने वालों के खिलाफ भारी जुर्माने का प्रावधान हो।
धनबाद का एट लेन रोड अब दोराहे पर खड़ा है – या तो इसे सुरक्षित बनाया जाए या फिर इसे हादसों की कब्रगाह बनने दिया जाए। सवाल यह है कि प्रशासन कब जागेगा?
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