जमशेदपुर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की धूम, सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में बाल राधा-कृष्ण की मनमोहक छवि ने जीता सबका दिल

जमशेदपुर के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का भव्य शुभारंभ। बाल राधा-कृष्ण प्रतियोगिता में 140 बच्चों ने भाग लिया, नटखट कृष्ण और सजीली राधा ने सबका मन मोह लिया।

Aug 25, 2024 - 13:09
Aug 25, 2024 - 13:09
जमशेदपुर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की धूम, सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में बाल राधा-कृष्ण की मनमोहक छवि ने जीता सबका दिल
जमशेदपुर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की धूम, सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में बाल राधा-कृष्ण की मनमोहक छवि ने जीता सबका दिल

जमशेदपुर - शनिवार को जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन सूर्य मंदिर समिति के तत्वावधान में किया गया। शहर में हर ओर जन्माष्टमी को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।

महोत्सव के पहले दिन का मुख्य आकर्षण बाल राधा-कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता का ऑडिशन रहा। इस दौरान छोटे बच्चों ने राधा और कृष्ण का बाल रूप धारण कर सबका मन मोह लिया। सजीले परिधान में राधा और बांसुरी बजाते बालकृष्ण की छवि ने सभी उपस्थित लोगों को भावविभोर कर दिया।

इस प्रतियोगिता में जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों से कुल 140 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के दौरान बच्चों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी का दिल जीत लिया। जजों ने 20 प्रतिभागियों को फाइनल के लिए चुना। ये चयनित प्रतिभागी 26 अगस्त को होने वाले फाइनल में हिस्सा लेंगे।

प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों की उम्र 6 माह से 10 वर्ष के बीच थी। इस दौरान सभी प्रतिभागियों ने अपने अद्वितीय अंदाज और बाल-कृष्ण की नटखट छवि से दर्शकों का दिल जीत लिया। जजों की भूमिका रम्यता प्रफुल्ल, राजश्री और कोमल गुप्ता ने निभाई। उन्होंने बच्चों की प्रतिभा का मूल्यांकन किया और विजेताओं का चयन किया।

सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने बताया कि हर वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया जाता है। इस साल भी समिति ने महोत्सव के सफल आयोजन के लिए पूरी तन्मयता से तैयारी की है। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव में सिदगोड़ा समेत जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं।

रविवार को सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता का ऑडिशन होगा। इसके लिए भी जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों से कई प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है। इस दौरान बच्चों और युवाओं के द्वारा श्रीकृष्ण और राधा की विभिन्न लीलाओं को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा।

महोत्सव के दौरान मंच संचालन सूर्य मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह राजा ने किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों और दर्शकों का स्वागत किया और महोत्सव की रूपरेखा प्रस्तुत की।

इस अवसर पर सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, महासचिव अखिलेश चौधरी, दिनेश कुमार, कमलेश सिंह, शशिकांत सिंह, शैलेश गुप्ता, कंचन दत्ता, राकेश सिंह, प्रेम झा, प्रमोद मिश्रा और अन्य सदस्यों ने भी भाग लिया।

समिति के सदस्यों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सूर्य मंदिर में पुजारियों द्वारा पूरे विधि-विधान से जन्मोत्सव पूजन किया जाएगा। इसमें भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा का अभिषेक, आरती और भजन-कीर्तन होगा। इस दौरान मंदिर परिसर को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जाएगा।

सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि इस महोत्सव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों और युवाओं को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में रचनात्मकता और समर्पण की भावना को प्रोत्साहित करते हैं।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के पहले दिन की सफलता ने सभी को उत्साहित कर दिया है। अब सभी को 26 अगस्त के फाइनल का इंतजार है, जहां चुने गए प्रतिभागी अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से सबका मन मोहने के लिए तैयार हैं।

सूर्य मंदिर परिसर में उत्सव का माहौल चारों ओर छाया हुआ है। श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर बहुत ही उत्साहित हैं। सभी ने मिलकर इस महोत्सव को सफल बनाने का संकल्प लिया है।

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।