Saraikela Accident: बाइक सवार दो युवक रेलिंग से टकरा कर घायल, जानें पूरी कहानी
राजनगर- जुगसलाई मार्ग पर बाइक सवार दो युवक रेलिंग से टकरा कर गंभीर रूप से घायल हो गए। जानिए किस तरह से स्थानीय लोगों ने मदद की और दोनों को अस्पताल पहुंचाया।
सरायकेला खरसावां जिले के राजनगर थाना अंतर्गत बुधवार देर शाम एक हादसा हुआ, जिसने सबको चौंका दिया। राजनगर- जुगसलाई मार्ग पर स्थित छेड़ियापहाड़ी तालाब के पास एक बाइक सवार युवक सड़क पर हादसे का शिकार हो गए। अनियंत्रित बाइक रेलिंग से टकराई, जिससे दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना उस वक्त हुई जब दोनों युवक राजनगर बाजार से वापस लौट रहे थे।
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया और दोनों घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से नजदीकी राजनगर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां पहले से ज्यादा गंभीर स्थिति में पाए गए शिबु गागराई (18) को एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं, आदित्यपुर सालडीह बस्ती निवासी बादल सरदार (19) को सीएचसी में इलाज दिया जा रहा है।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के मुताबिक, सालडीह निवासी बादल सरदार और राजनगर के केंदमुड़ी निवासी शिबु गागराई राजनगर बाजार घूमने गए थे। वापस लौटते समय जब वे राजनगर- जुगसलाई मार्ग पर स्थित छेड़ियापहाड़ी के पास पहुंचे, तभी बाइक अनियंत्रित हो गई और रेलिंग से टकरा गई। टक्कर के बाद शिबु गागराई का कान कट गया और सिर में गहरी चोटें आईं। वहीं, बादल सरदार को पैरों में हल्की चोटें आईं।
हादसे के बाद की स्थिति
घटना के बाद स्थानीय लोग तुरंत हरकत में आए और एंबुलेंस को सूचना दी। समय रहते दोनों युवकों को अस्पताल पहुंचाया गया। शिबु गागराई की स्थिति गंभीर होने के कारण उसे तुरंत एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं, बादल सरदार का इलाज अभी भी राजनगर सीएचसी में जारी है।
इस हादसे ने यह साफ कर दिया कि सड़कों पर नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। यह हादसा एक उदाहरण बन गया कि कैसे अचानक से बाइक का संतुलन बिगड़ सकता है और गंभीर दुर्घटना हो सकती है।
पुलिस जांच में जुटी
इस मामले में पुलिस ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बाइक के अनियंत्रित होने का कारण क्या था। क्या यह दुर्घटना रफ्तार की वजह से हुई थी या बाइक में कोई तकनीकी समस्या थी, इस पर जांच जारी है।
स्थानीय लोगों की मदद महत्वपूर्ण
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण रहा। उनका त्वरित कार्रवाई और सहायता से ही दोनों युवकों को अस्पताल तक पहुंचाया जा सका। यह साबित करता है कि संकट के समय समाज की मदद कितनी महत्वपूर्ण होती है।
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