Saraikela Fire: गम्हरिया सब्जी बाजार में भीषण आग, 20 से ज्यादा दुकानें खाक
गम्हरिया सब्जी बाजार में शुक्रवार देर रात भीषण आग लगने से 20 से ज्यादा दुकानें जलकर खाक हो गईं। जानिए पूरी घटना, दुकानदारों की मांग और बाजार की सुरक्षा पर सवाल।
सरायकेला : गम्हरिया सब्जी बाजार में शुक्रवार देर रात भीषण आग लग गई, जिसमें 20 से ज्यादा सब्जी की दुकानें जलकर खाक हो गईं। इस हादसे में दुकानों में रखी हजारों रुपये की सब्जियां और अन्य सामान पूरी तरह से जल गए। घटना के बाद दुकानदारों में मायूसी और गुस्से का माहौल है।
कैसे लगी आग?
स्थानीय लोगों और दुकानदारों के अनुसार, आग लगने का स्पष्ट कारण अभी तक सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि आग रात करीब 11 बजे लगी, जब बाजार बंद था। आसपास के लोगों ने धुआं उठते देखा और तुरंत दुकानदारों को सूचना दी। दुकानदारों ने अपनी तरफ से आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तब तक भारी नुकसान हो चुका था।
फायर ब्रिगेड की देरी
आगजनी की सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन उनकी देरी से दुकानदारों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय पर मदद मिलती, तो नुकसान कम हो सकता था।
इतिहास: गम्हरिया सब्जी बाजार और इसकी अहमियत
सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया सब्जी बाजार का इतिहास दशकों पुराना है। यह बाजार क्षेत्र का सबसे बड़ा सब्जी बाजार है, जहां आसपास के गांवों से किसान अपनी फसल बेचने आते हैं। यह बाजार न केवल व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी है।
दुकानदारों की मांग: बेहतर सुरक्षा व्यवस्था
घटना के बाद मौके पर पहुंचे पूर्व पार्षद सचिन कुमार और सोनू सिंह ने दुकानदारों की समस्याओं को उठाया। उन्होंने कहा कि इस बाजार में प्लास्टिक की छतों पर आधारित दुकानें बनाई गई हैं, जो आगजनी जैसी घटनाओं को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने आदित्यपुर नगर निगम से मांग की है कि बाजार में टीन के शेड लगाए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
स्थानीय प्रशासन पर सवाल
दुकानदारों का कहना है कि आदित्यपुर नगर निगम के अधिकारी प्रतिदिन उनसे मासूल वसूलते हैं, लेकिन बाजार में सुरक्षा के इंतजाम न के बराबर हैं। आगजनी जैसी घटनाओं के लिए यह लापरवाही भी जिम्मेदार मानी जा रही है।
आर्थिक नुकसान का अंदाजा
आग में 20 से ज्यादा दुकानों के खाक हो जाने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि उनका पूरा व्यापार आग में जलकर खत्म हो गया है। प्रशासन ने नुकसान का आकलन करने के लिए सभी दुकानदारों के नाम दर्ज किए हैं।
आगजनी रोकने के सुझाव
आगजनी की ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बाजार में सुरक्षा मानकों को लागू करना जरूरी है। इसमें टीन के शेड लगाना, अग्नि शमन उपकरणों की व्यवस्था करना और बाजार में नियमित निरीक्षण करना शामिल है।
स्थानीय लोगों की मदद काबिले तारीफ
आसपास के स्थानीय निवासियों ने घटना के दौरान तत्काल मदद की। उन्होंने न केवल आग बुझाने में दुकानदारों की मदद की, बल्कि पुलिस और फायर ब्रिगेड को भी सूचित किया।
पुनर्वास और राहत की मांग
दुकानदारों ने प्रशासन से मुआवजे और पुनर्वास की मांग की है। पूर्व पार्षद ने भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाने का आश्वासन दिया है।
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