SaraiKela Rescue: बस मालिक की सूझबूझ से 6 साल की बच्ची को बचाया, देवनाथ गगराई की गिरफ्तारी
सरायकेला में बस मालिक की सूझबूझ से एक 6 साल की बच्ची का बचाव। जानिए कैसे बस के मालिक ने पुलिस को सूचना दी और बच्ची को सुरक्षित किया।
15 नवम्बर 2024: झारखंड के सरायकेला जिले में एक साहसिक और संवेदनशील बचाव कार्य सामने आया, जहां बस मालिक की सूझबूझ और तत्काल कार्रवाई से एक 6 साल की नाबालिग बच्ची को अपरहण से बचा लिया गया। यह घटना सरायकेला पुलिस के लिए एक सफलता साबित हुई, जिन्होंने बच्ची को समय रहते रेस्क्यू किया और उसे चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपुर्द कर दिया।
घटना ने एक बार फिर से यह साबित किया कि समाज में कुछ लोग अब भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए दूसरों की मदद के लिए खड़े होते हैं, और बस मालिक मनोज कुमार गुप्ता ने इस मामले में एक साहसिक कदम उठाया।
कई किलोमीटर की यात्रा के दौरान बच्ची को जबरन ले जाने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक, रवीना नाम की यह बच्ची अपने माता-पिता के साथ चाईबासा के टोकलो बाजार आई थी। बाजार में चलते समय बच्ची अपने माता-पिता से बिछड़ गई। इस दौरान देवनाथ गगराई, जो पश्चिम सिंहभूम जिले के मांगुरदा गांव का रहने वाला है, बच्ची को जबरन अपने साथ ले गया और उसे एक साईं रथ बस में बैठाकर आदित्यपुर ले जाने लगा।
इस दौरान देवनाथ गगराई बच्ची के साथ क्रूर व्यवहार कर रहा था, जिसका बस मालिक मनोज कुमार गुप्ता ने तुरंत अंदाजा लगाया। उन्होंने देखा कि बच्ची डरी हुई और असहज दिखाई दे रही थी, इसके बाद उन्होंने तुरंत शक किया और उसकी सुरक्षा के लिए कदम उठाया।
बस मालिक ने लिया साहसिक कदम: बच्ची को सुरक्षित किया
मनोज कुमार गुप्ता ने बिना देर किए बच्ची को अपनी सीट पर बैठाया और सरायकेला पुलिस को सूचना दी। बस जब सरायकेला पहुंची, तो पुलिस ने बच्ची को रेस्क्यू किया और देवनाथ गगराई को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने देवनाथ के सामानों की तलाशी ली, तो उसमें एक कुल्हाड़ी भी पाई गई, जो इस अपराध को और भी संदिग्ध बना रही थी।
पूरे मामले के बाद, पुलिस ने बच्ची को चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपुर्द कर दिया और बच्ची के माता-पिता को घटना की जानकारी दी। इसके साथ ही, पुलिस ने बच्ची के माता-पिता के बयान पर आगे की कार्रवाई करने का वादा किया।
क्या था देवनाथ गगराई का मकसद?
देवनाथ गगराई की गिरफ्तारी के बाद यह सवाल उठता है कि आखिर उसने एक बच्ची को क्यों जबरन अपहरण करने की कोशिश की। पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस प्रकार के मामलों में अपराधी का मानसिकता समझना भी आवश्यक है। कुल्हाड़ी जैसे खतरनाक सामान के साथ देवनाथ का पकड़ा जाना यह भी दर्शाता है कि उसकी उद्देश्य कुछ गंभीर और हिंसक हो सकता था।
पुलिस ने क्या कहा?
सरायकेला पुलिस ने मामले में पूरी गंभीरता से कार्रवाई की और बच्ची को सुरक्षित तरीके से उसके परिवार तक पहुंचाने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मनोज कुमार गुप्ता के द्वारा दी गई सूचना ने अपरहण की घटना को न केवल समय रहते रोका बल्कि एक जान बचाई।
सरायकेला थाना प्रभारी ने बताया कि बच्ची के परिजनों के बयान के आधार पर आगे की जांच-पड़ताल की जाएगी। पुलिस इस मामले में देवनाथ गगराई के पूर्व अपराधी रिकॉर्ड को भी खंगाल रही है, ताकि यह पता चल सके कि उसकी मंशा क्या थी और उसने इस बच्ची को निशाना क्यों बनाया।
What's Your Reaction?