Chaibasa Mystery: बिहारी क्लब के गेट पर अज्ञात शव! पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव, पुलिस के लिए बनी पहचान बड़ी चुनौती, क्या सीसीटीवी खोलेगा राज?
पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) के सदर थाना क्षेत्र स्थित बिहारी क्लब के गेट के सामने मंगलवार को एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस शव की शिनाख्त के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और आम लोगों से सहयोग की अपील की है।
पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के सदर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और स्थानीय प्रशासन की चिंता को कई गुना बढ़ा दिया है। बिहारी क्लब के गेट के ठीक सामने एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से इलाके में दहशत का माहौल है। शव की शिनाख्त न हो पाने के कारण मौत के कारणों पर रहस्य गहरा गया है।
स्थानीय लोगों ने तत्काल इसकी सूचना सदर थाना पुलिस को दी, जिसके बाद सदर थाना पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुँची और शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की। शव की पहचान और मौत के असली कारण का पता लगाना अब पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
पहचान का रहस्य: सीसीटीवी और गवाहों की तलाश
सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार ने शव मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि अभी तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन पहचान के लिए कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है।
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फुटेज खंगालना: पुलिस ने मृतक की पहचान सुनिश्चित करने के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है। क्लब और आसपास की दुकानों के कैमरे की फुटेज से मृतक की पहचान या उसे यहाँ तक लाने वाले व्यक्ति का सुराग मिलने की उम्मीद है।
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गवाहों से पूछताछ: इसके साथ ही पुलिस गवाहों से भी पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि शव यहाँ कब और कैसे पहुँचा।
चाईबासा में हाल के दिनों में लावारिस शव मिलने की ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ी है, जिनमें मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। यह रुझान स्थानीय प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि लावारिस शव अक्सर जघन्य अपराधों की कड़ी हो सकते हैं।
पुलिस की आम जनता से सहयोग की अपील
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने आम लोगों से सहयोग की अपील की है।
थाना प्रभारी तरुण कुमार ने विशेष अनुरोध किया है:
“यदि किसी को मृतक के बारे में कोई भी जानकारी हो, या कोई व्यक्ति अचानक लापता हो गया हो, तो वे तुरंत सदर थाना को सूचित करें, ताकि शव की शिनाख्त हो सके और मौत के कारणों का पता लगाया जा सके।”
यह सामूहिक जिम्मेदारी का समय है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जो मौत की वजह (प्राकृतिक, दुर्घटना या हत्या) पर रोशनी डाल सकती है, लेकिन पहचान के बिना पुलिस के लिए आगे की जांच बड़ी चुनौती बनी रहेगी।
आपकी राय में, लावारिस और अज्ञात शवों की शिनाख्त में तेजी लाने के लिए पुलिस को कौन से दो आधुनिक फॉरेंसिक/डिजिटल तरीके अपनाने चाहिए?
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