Jamshedpur JMM Event: झामुमो के सीनियर नेताओं का सम्मान समारोह, जानें क्यों मिला खास मोमेंटो
झामुमो मानगो नगर समिति ने साकची में आयोजित समारोह में वरिष्ठ नेताओं प्रमोदलाल जी और शेख बदरुद्दीन जी को सम्मानित किया। जानें कोल्हान में महागठबंधन की जीत का जश्न कैसे मनाया गया।
झारखंड की राजनीति में झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) ने कोल्हान क्षेत्र में अपनी पकड़ को एक बार फिर से साबित किया है। हाल ही में झारखंड विधानसभा चुनावों में इंडिया महागठबंधन ने कोल्हान की 14 में से 11 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की। इस ऐतिहासिक जीत का जश्न शनिवार को जमशेदपुर के साकची स्थित झामुमो जिला संपर्क कार्यालय में मनाया गया।
कार्यक्रम का आयोजन झामुमो मानगो नगर समिति द्वारा किया गया, जिसकी अगुवाई संगठन सचिव राजू अख्तर ने की। इस मौके पर पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं का सम्मान कर उनकी मेहनत को सराहा गया।
कोल्हान की जीत: पार्टी के इतिहास में नया अध्याय
झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में झामुमो और महागठबंधन की यह जीत झारखंड की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
- महागठबंधन की रणनीति: झामुमो, कांग्रेस और अन्य दलों ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा, जो कोल्हान में विपक्षी दलों के लिए चुनौती साबित हुआ।
- वरिष्ठ नेताओं का योगदान: पार्टी के दो वरिष्ठ नेता प्रमोदलाल जी और शेख बदरुद्दीन जी, जो पार्टी की नींव से जुड़े हुए हैं, ने युवाओं के साथ कदम से कदम मिलाकर काम किया।
सम्मान समारोह: बिरसा मुंडा का मोमेंटो और शॉल भेंट
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण वरिष्ठ नेताओं को सम्मानित करना रहा। पार्टी ने झारखंड के महान आदिवासी नायक भगवान बिरसा मुंडा के प्रतीक चिन्ह (मोमेंटो) और शॉल भेंट कर इन नेताओं की मेहनत को सराहा।
- प्रमोदलाल जी और शेख बदरुद्दीन जी को यह सम्मान उनके दशकों के योगदान के लिए दिया गया।
- उम्र के इस पड़ाव पर भी इन नेताओं ने युवाओं की तरह पार्टी के लिए काम किया।
महागठबंधन की जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं को
इस मौके पर झामुमो के नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और समर्पण की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह जीत पूरे महागठबंधन और कार्यकर्ताओं की एकता का नतीजा है। पार्टी ने वादा किया कि जनता के भरोसे को बनाए रखने के लिए वह हमेशा तत्पर रहेगी।
कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख चेहरे
सम्मान समारोह में झामुमो के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। इनमें उमर खान, उज्जवल दास, इस्लाम खान, कन्हैया रजक, जगदीश पोद्दार, मकसूद अंसारी, विवेक पाठक, मोहन सोरेन और अन्य नेता उपस्थित थे। सभी ने पार्टी की इस जीत को एकता और मेहनत का परिणाम बताया।
झामुमो का संदेश: एकजुटता से बदलें राज्य की तस्वीर
झामुमो ने इस समारोह के जरिए एक मजबूत संदेश दिया कि पार्टी न केवल जीत का जश्न मना रही है, बल्कि अपनी जिम्मेदारियों को भी समझती है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा,
"झारखंड के हर क्षेत्र में विकास और समृद्धि लाना हमारी प्राथमिकता है। यह जीत हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के विश्वास का प्रमाण है।"
इतिहास में ऐसा पहली बार?
झारखंड के गठन के बाद से कोल्हान क्षेत्र झामुमो का गढ़ माना जाता रहा है। लेकिन पिछले कुछ सालों में क्षेत्र में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा बढ़ी थी। महागठबंधन की इस जीत ने झामुमो की मजबूत वापसी का संकेत दिया है।
झामुमो के वरिष्ठ नेताओं को सम्मानित करने का यह कार्यक्रम न केवल एक औपचारिकता थी, बल्कि कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच एकता को दर्शाने वाला मंच भी था। कोल्हान में महागठबंधन की जीत ने झामुमो को नई ऊर्जा दी है, और यह जीत झारखंड की राजनीति में नए अध्याय की शुरुआत करती है।
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