Mango Fugitives: खुली चेतावनी, मानगो के 200 करोड़ घोटाले के आरोपी होशियार, घर पर चिपका नोटिस, फरार तिवारी परिवार पर कुर्की की तलवार

मानगो थाना क्षेत्र के बड़े घोटाले में नामजद राहुल तिवारी और उसके पूरे परिवार के खिलाफ पुलिस ने अब तक का सबसे सख्त कदम उठाया है। छोटा गोविंदपुर स्थित दयाल सिटी में नोटिस चस्पा करने और लाउडस्पीकर से हुई इस मुनादी के बाद अब संपत्ति कुर्की की तैयारी है, जिसकी पूरी सनसनीखेज रिपोर्ट यहाँ दी गई है वरना आप भी इस कानूनी घेराबंदी के अगले पड़ाव को नहीं जान पाएंगे।

Dec 27, 2025 - 13:29
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Mango Fugitives: खुली चेतावनी, मानगो के 200 करोड़ घोटाले के आरोपी होशियार, घर पर चिपका नोटिस, फरार तिवारी परिवार पर कुर्की की तलवार
Mango Fugitives: खुली चेतावनी, मानगो के 200 करोड़ घोटाले के आरोपी होशियार, घर पर चिपका नोटिस, फरार तिवारी परिवार पर कुर्की की तलवार

जमशेदपुर, 27 दिसंबर 2025 – लौहनगरी के मानगो थाना क्षेत्र में वित्तीय जालसाजी और धोखाधड़ी के एक हाई-प्रोफाइल मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने घोटाला संख्या 201/2025 के मुख्य आरोपियों के खिलाफ 'ऑपरेशन घेराबंदी' शुरू कर दी है। फरार चल रहे राहुल कुमार तिवारी और उनके परिवार को अब छिपने की जगह नहीं मिलेगी, क्योंकि मानगो पुलिस ने उनके घर पर न केवल आधिकारिक नोटिस चस्पा किया है, बल्कि पूरे इलाके में लाउडस्पीकर से मुनादी करवाकर उन्हें 'भगोड़ा' घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस सख्त कार्रवाई के बाद परसुदीह और गोविंदपुर इलाके में हड़कंप मच गया है।

दयाल सिटी में पुलिसिया दबिश: डुप्लेक्स के दरवाजे पर चिपका 'काल'

शुक्रवार को मानगो पुलिस की एक विशेष टीम परसुदीह थाना अंतर्गत छोटा गोविंदपुर के दयाल सिटी स्थित डुप्लेक्स संख्या एस-92 पहुँची। यह आलीशान मकान उन आरोपियों का है जो करोड़ों के घोटाले के बाद से ही पुलिस की आँखों में धूल झोंक रहे हैं।

  • नोटिस चस्पा: पुलिस ने घर के मुख्य द्वार पर अदालत का नोटिस चिपकाया है। इसमें स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यदि आरोपी जल्द पेश नहीं होते, तो उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी।

  • मुनादी और रिकॉर्डिंग: पुलिस ने केवल नोटिस नहीं चिपकाया, बल्कि लाउडस्पीकर और माइक के जरिए पूरे मोहल्ले में घोषणा की। इस दौरान आरोपियों के नाम— राहुल कुमार तिवारी उर्फ राहुल तिवारी, बबीता तिवारी, रोहित कुमार और माधुरी तिवारी को बार-बार पुकारा गया। पुलिस ने इस पूरी कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की है ताकि इसे अदालत में साक्ष्य के तौर पर पेश किया जा सके।

वित्तीय जालसाजी: क्या है घोटाला संख्या 201/2025?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह मामला केवल सामान्य धोखाधड़ी का नहीं बल्कि एक सुनियोजित वित्तीय घोटाले से जुड़ा है।

  1. फर्जी लेनदेन: आरोपियों पर फर्जी कागजात और वित्तीय साक्ष्यों के आधार पर भारी रकम की हेराफेरी का आरोप है।

  2. परिवार की संलिप्तता: इस मामले में राहुल तिवारी के साथ-साथ उसके परिवार के सदस्य— बबीता, रोहित और माधुरी तिवारी भी समान रूप से नामजद हैं।

  3. न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़: आरोपी बार-बार समन जारी किए जाने के बावजूद न तो पुलिस के सामने पेश हुए और न ही अदालत में। इसी हठधर्मिता के कारण अब पुलिस ने 'कुर्की' (संपत्ति जब्ती) का रास्ता चुना है।

फरार आरोपियों की प्रोफाइल और कानूनी स्थिति (Accused Tracking Report)

आरोपी का नाम निवास स्थान वर्तमान स्थिति अगला कदम
राहुल कुमार तिवारी दयाल सिटी, छोटा गोविंदपुर फरार (मुख्य आरोपी) संपत्ति कुर्की की तैयारी
बबीता तिवारी दयाल सिटी, छोटा गोविंदपुर फरार गिरफ्तारी वारंट जारी
रोहित कुमार दयाल सिटी, छोटा गोविंदपुर फरार गैर-जमानती वारंट
माधुरी तिवारी दयाल सिटी, छोटा गोविंदपुर फरार कानूनी घेराबंदी तेज

अगला चरण: बुलडोजर और कुर्की की तैयारी

मानगो थाना प्रभारी ने साफ कर दिया है कि यह नोटिस आखिरी चेतावनी है। अगर आरोपी अगले कुछ दिनों में आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो पुलिस अदालत से 'कुर्की जब्ती' (Attachment of Property) का आदेश प्राप्त करेगी। इसका मतलब है कि दयाल सिटी स्थित उनके डुप्लेक्स का सामान जप्त किया जाएगा और घर को सील कर दिया जाएगा।

  • साक्ष्यों की जांच: पुलिस फिलहाल आरोपियों के बैंक खातों और अन्य बेनामी संपत्तियों की जांच कर रही है ताकि वित्तीय लेनदेन की पूरी कड़ी को जोड़ा जा सके।

  • जनता से अपील: पुलिस ने आम जनता से भी आग्रह किया है कि अगर किसी को इन चारों भगोड़ों की लोकेशन या उनकी गुप्त गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी मिले, तो वे बिना डरे तत्काल मानगो थाना को सूचित करें।

कानून के शिकंजे में तिवारी परिवार

जमशेदपुर में सफेदपोश अपराधियों के खिलाफ पुलिस का यह कड़ा रुख एक बड़ा संदेश दे रहा है। करोड़ों के इस घोटाले ने कई लोगों की मेहनत की कमाई को दांव पर लगा दिया है। दयाल सिटी में हुई इस मुनादी ने यह तय कर दिया है कि अब आरोपी भले ही शहर छोड़कर भाग गए हों, लेकिन उनकी संपत्ति और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा अब कानून की जद्द में है। अब देखना यह है कि राहुल तिवारी और उनका परिवार कुर्की से बचने के लिए सरेंडर करता है या पुलिस उन्हें सलाखों के पीछे खींचकर लाती है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।