Jharkhand Freeze: बर्फीली आफत, झारखंड में 2.8 डिग्री तक लुढ़का पारा, गुमला बना शिमला, 12 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट

झारखंड में बर्फीली हवाओं के टॉर्चर से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और गुमला में तापमान गिरकर 2.8 डिग्री तक पहुँच गया है। मौसम विभाग द्वारा 12 जिलों के लिए जारी किए गए खतरनाक येलो अलर्ट और अगले 48 घंटों में होने वाली भारी गिरावट की पूरी जानकारी यहाँ दी गई है वरना आप भी इस कड़ाके की ठंड की तैयारी करने में चूक सकते हैं।

Dec 27, 2025 - 14:31
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Jharkhand Freeze: बर्फीली आफत, झारखंड में 2.8 डिग्री तक लुढ़का पारा, गुमला बना शिमला, 12 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट
Jharkhand Freeze: बर्फीली आफत, झारखंड में 2.8 डिग्री तक लुढ़का पारा, गुमला बना शिमला, 12 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट

रांची/जमशेदपुर, 27 दिसंबर 2025 – झारखंड में कुदरत का कहर 'सफेद आफत' बनकर टूटा है। उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाओं ने पूरे राज्य को अपनी आगोश में ले लिया है, जिससे कनकनी और ठिठुरन अपने चरम पर पहुँच गई है। शनिवार की सुबह झारखंड के लिए इस सीजन की सबसे सर्द सुबह साबित हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य के 12 जिलों में 'शीतलहर' (Cold Wave) का येलो अलर्ट जारी कर दिया है। ग्रामीण इलाकों में आलम यह है कि सुबह के समय घास के मैदानों पर ओस की बूंदें बर्फ की चादर जैसी नजर आ रही हैं।

गुमला में 'शिमला' जैसी ठंड: 2.8 डिग्री पर जमा पारा

झारखंड का गुमला जिला इस समय राज्य का सबसे ठंडा इलाका बनकर उभरा है। यहाँ पारा गिरकर 2.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है, जिसने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

  • बर्फीली हवाओं का टॉर्चर: रांची मौसम केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद के अनुसार, निचले क्षोभमंडल में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के सक्रिय होने से यह स्थिति बनी है।

  • कनकनी ने रोका रास्ता: गुमला के अलावा खूंटी, लोहरदगा और हजारीबाग जैसे जिलों में भी तापमान 5 डिग्री के आसपास मंडरा रहा है, जिससे जनजीवन पूरी तरह ठहर सा गया है।

इन 12 जिलों के लिए 'येलो अलर्ट': घर से निकलना हुआ मुश्किल

मौसम विभाग ने शनिवार सुबह 10 बजे तक के लिए एक विशेष बुलेटिन जारी कर राज्य के 12 महत्वपूर्ण जिलों को चेतावनी दी है। इन इलाकों में अगले 48 घंटे 'कोल्ड डे' जैसे हालात रह सकते हैं।

  1. प्रभावित जिले: रांची, जमशेदपुर, खूंटी, हजारीबाग, बोकारो, रामगढ़, कोडरमा, गुमला, लोहरदगा, चतरा, लातेहार, पलामू और गढ़वा।

  2. विजिबिलिटी का संकट: सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।

तापमान का ताजा हाल: कौन सा शहर कितना ठंडा? (Live Data)

जिला / शहर न्यूनतम तापमान (Celsius) स्थिति
गुमला 2.8° भीषण शीतलहर
खूंटी / लोहरदगा 5.2° अत्यधिक ठंडा
हजारीबाग 5.3° कड़ाके की ठंड
डाल्टनगंज 5.6° सर्द हवाएं
राजधानी रांची 7.0° कनकनी बरकरार
जमशेदपुर 8.2° ठंडी हवाएं

अगले 48 घंटे: अभी और बढ़ेगी मुसीबत

मौसम विभाग का पूर्वानुमान डराने वाला है। विशेषज्ञों की मानें तो अगले 48 घंटों के भीतर न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की और गिरावट दर्ज की जा सकती है।

  • शुष्क मौसम का असर: वर्तमान में मौसम पूरी तरह शुष्क है, जिससे ठंडी हवाओं को सीधे जमीन तक पहुँचने का रास्ता मिल रहा है।

  • पठारी इलाकों में संकट: झारखंड के ऊंचाई वाले पठारी क्षेत्रों में ठिठुरन मैदानी इलाकों की तुलना में दोगुनी महसूस की जा रही है।

ऐतिहासिक संदर्भ: झारखंड की बदलती ठंड

झारखंड के पठारी क्षेत्रों (Chotanagpur Plateau) का इतिहास हमेशा से कड़ाके की ठंड का रहा है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मौसम के मिजाज में 'एक्सट्रीम' बदलाव देखे गए हैं। 2025 की यह शीतलहर दर्शाती है कि उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवाएं अब पहले से अधिक प्रभावी हो रही हैं, जिससे गुमला और पलामू जैसे जिलों में पारा जमाव बिंदु (Zero Degree) के करीब पहुँचने लगा है।

प्रशासन की सलाह: लापरवाही पड़ सकती है भारी

राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ती ठंड को देखते हुए 'हेल्थ एडवाइजरी' जारी की है। लोगों को सलाह दी गई है कि:

  • गर्म कपड़ों का प्रयोग: परतों वाले गर्म कपड़े पहनें और कान व सिर को ढककर रखें।

  • अनावश्यक बाहर न निकलें: बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से रात और अलसुबह बाहर निकलने से बचने को कहा गया है।

  • अलाव का सहारा: ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन ने प्रमुख चौराहों पर अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।

कुदरत के आगे बेबस जनजीवन

झारखंड में ठंड का यह 'सेकंड स्पेल' काफी घातक साबित हो रहा है। गुमला का 2.8 डिग्री तक गिरना इस बात का संकेत है कि आने वाले दो दिन राज्य के लिए अग्निपरीक्षा जैसे होंगे। फिलहाल, पूरे राज्य में लोग सूरज की गुनगुनी धूप का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बर्फीली हवाओं ने फिलहाल राहत के कोई संकेत नहीं दिए हैं।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।