Bodam Tragedy: तालाब में डूबे चंदन सिंह! शोभादा गांव में सनसनी, 15 फीट गहरे पानी में फंसा शव, गोताखोरों का इंतजार, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
सरायकेला-खरसावां जिले के बोड़ाम थाना क्षेत्र के शोभादा गांव में टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा खोदे गए एक तालाब में स्नान के दौरान चंदन सिंह (50) की डूबने से मौत हो गई। 15 फीट गहरा होने के कारण शव को निकाला नहीं जा सका है। पुलिस गोताखोरों के आने का इंतजार कर रही है।
सरायकेला-खरसावां जिले के बोड़ाम थाना क्षेत्र अंतर्गत शोभादा गांव में आज सुबह मातम और चीख-पुकार का माहौल है। बेलडीह गांव निवासी चन्दन सिंह (50) की शोभादा गांव स्थित एक तालाब में स्नान के दौरान गहरे पानी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। इस अचानक और भयानक दुर्घटना ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है, जबकि चन्दन सिंह का परिवार शोक में डूब गया है।
यह हादसा टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा हरिमंदिर के सामने खोदे गए तालाब में हुआ। चंदन सिंह, जो स्थानीय लोगों के अनुसार नहाने के लिए तालाब में उतरे थे, तैरते समय गहरे पानी में चले गए और बाहर नहीं निकल पाए। यह दुर्घटना एक बार फिर सुरक्षित जल निकायों के महत्व और गहराई को लेकर सतर्कता की कमी को उजागर करती है।
15 फीट गहरे पानी में फंसा शव, मदद का इंतजार
चंदन सिंह जब डूब रहे थे, तब उनके साथ स्नान कर रहे लोगों ने तत्काल गांव में सूचना दी, जिसके बाद काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई।
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असंभव प्रयास: गांव के कुछ युवकों ने साहस दिखाते हुए पानी में डुबकी लगाकर लाश को खोजने का प्रयास किया, लेकिन तालाब में 15 फीट तक गहरा पानी होने के कारण शव को निकालना संभव नहीं हो पाया।
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पुलिस पहुंची: घटना की सूचना मिलने पर बोड़ाम थाना प्रभारी समेत कई पुलिस अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
दोपहर 2 बजे तक शव को निकाला नहीं जा सका था और पुलिस प्रशासन ने गोताखोरों की विशेष टीम को सूचित किया। घटनास्थल पर मौजूद लोग गोताखोरों के आने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि चंदन सिंह के शव को सम्मानपूर्वक बाहर निकाला जा सके।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस असामयिक मौत के बाद चन्दन सिंह के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
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परिवार का हाल: मृतक की पत्नी जानकी सिंह, उनकी तीन बेटियों और एक बेटे का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। परिवार के मुखिया के अचानक चले जाने से पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
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स्थानीय लोगों की मांग: स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गोताखोरों की टीम को शीघ्र बुलाया जाए और तालाब के आसपास चेतावनी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
चंदन सिंह की मौत गहरे पानी वाले सार्वजनिक तालाबों में सुरक्षा और सतर्कता के अभाव का दर्दनाक उदाहरण है।
आपकी राय में, सार्वजनिक तालाबों की गहराई को देखते हुए दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन और संबंधित संगठन (जैसे टाटा स्टील फाउंडेशन) को कौन से तीन अनिवार्य सुरक्षा उपाय तुरंत लागू करने चाहिए?
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