46-पोटका से संजीव सरदार का ऐतिहासिक नामांकन जुलूस: हजारों कार्यकर्ताओं के साथ गाजे-बाजे से होगी शुरुआत
झामुमो प्रत्याशी संजीव सरदार का नामांकन जुलूस 46-पोटका विधानसभा चुनाव 2024 के लिए ऐतिहासिक साबित होगा। हजारों कार्यकर्ता गाजे-बाजे के साथ इस जुलूस में शामिल होंगे, जो संजीव सरदार के नामांकन को खास बनाएगा।
झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 के लिए 46-पोटका विधानसभा से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रत्याशी संजीव सरदार का नामांकन एक ऐतिहासिक जुलूस के साथ होने वाला है। आगामी 21 अक्टूबर, सोमवार को संजीव सरदार अपने हजारों समर्थकों के साथ अपने नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
ऐतिहासिक नामांकन की तैयारियां पूरी
पोटका, डुमरिया और जमशेदपुर प्रखंड से हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं के गाजे-बाजे के साथ जुलूस में शामिल होने की उम्मीद है। इस भव्य नामांकन यात्रा की शुरुआत संजीव सरदार के पैतृक आवास उदाल से सुबह 9 बजे होगी। सरदार के जुलूस का पहला पड़ाव हरिणा मंदिर होगा, जहां वे पूजा-अर्चना करेंगे। इस धार्मिक अनुष्ठान के बाद जुलूस कोवाली, हल्दीपोखर होते हुए हाता पहुंचेगा। इस दौरान संजीव सरदार कई महत्वपूर्ण मंदिरों में पूजा-अर्चना करेंगे और चौक-चौराहों पर महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण भी करेंगे।
जुलूस का मार्ग और जनता का उत्साह
हाता चौक पर पहुँचने के बाद, संजीव सरदार का काफिला जिला मुख्यालय के लिए रवाना होगा। पोटका, डुमरिया और जमशेदपुर से जुड़े कार्यकर्ता इस यात्रा में संजीव सरदार का साथ देंगे। इस मौके पर झामुमो पोटका प्रखंड के अध्यक्ष सुधीर सोरेन ने बताया कि जुलूस को लेकर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। उन्होंने कहा कि "यह जुलूस पूरी तरह से ऐतिहासिक होगा, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।"
समर्थकों का जोश
नामांकन जुलूस के दौरान झामुमो कार्यकर्ताओं का जोश देखने लायक होगा। गाजे-बाजे के साथ इस जुलूस में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं की संख्या हजारों में होने की संभावना है। पोटका, डुमरिया और जमशेदपुर के प्रमुख कार्यकर्ता बहादुर किस्कु और मिरजा सोरेन ने भी इस अवसर को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी की बात कही।
राजनीतिक संदेश और नामांकन का महत्व
यह नामांकन सिर्फ एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण संदेश देने वाला आयोजन होगा। संजीव सरदार के नामांकन जुलूस को ऐतिहासिक बनाने के पीछे झामुमो की रणनीति साफ है—पार्टी की जनाधार को मजबूत करना और पोटका विधानसभा में अपनी स्थिति को मजबूत करना।
आगामी चुनाव की तैयारियां
पोटका विधानसभा क्षेत्र में इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प हो सकता है, और संजीव सरदार का यह नामांकन जुलूस उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। आगामी चुनाव में कार्यकर्ताओं और जनता की भूमिका पर सबकी निगाहें टिकी होंगी।
क्या होगा जनता का समर्थन?
अब सवाल यह उठता है कि इस भव्य नामांकन यात्रा के बाद क्या जनता संजीव सरदार को उतना ही समर्थन देगी जितना उनके कार्यकर्ताओं का जोश दर्शाता है? चुनावी माहौल गरम हो चुका है, और इस जुलूस के बाद झामुमो की चुनावी रणनीति और साफ होगी।
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