Saint Nandlal Smriti Vidya Mandir: माताओं के लिए समग्र विकास पर एक इंटरएक्टिव सत्र
संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में माताओं के लिए आयोजित इंटरएक्टिव सत्र ने बच्चों के समग्र विकास पर चर्चा की। जानें, इस सत्र ने बच्चों की प्रगति को लेकर माताओं को किस तरह जागरूक किया।
मंदिर, एक प्रसिद्ध शिक्षा संस्थान, ने आज माताओं के लिए एक खास इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य प्राथमिक छात्रों के समग्र विकास के प्रति उनकी भूमिका को समझाना था। इस कार्यक्रम ने माताओं को बच्चों के मानसिक, शारीरिक, और भावनात्मक विकास के प्रति संवेदनशील बनाने और उन्हें सही दिशा-निर्देश देने का कार्य किया।
कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की प्रशासिका श्रीमती शोभा गनेरीवाल, प्रबंधक डॉक्टर प्रसेनजीत कर्मकार, और प्राचार्या श्रीमती नीलकमल सिन्हा द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। प्राचार्य श्रीमती नीलकमल सिन्हा ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, "बच्चों का समग्र विकास सिर्फ शैक्षिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं है। इसके साथ-साथ उनका मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास भी उतना ही महत्वपूर्ण है।"
सत्र के मुख्य बिंदु
कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ताओं के रूप में श्रीमती सोमा दत्ता और श्रीमती श्रावणी आदित्य ने बच्चों के समग्र विकास पर विस्तृत चर्चा की। इस सत्र में प्रमुख रूप से निम्नलिखित विषयों पर बात की गई:
- माता-पिता की भूमिका – बच्चों के विकास में माता-पिता का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है।
- खानपान – बच्चों के सही पोषण के लिए खानपान पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
- खेल-कूद और रचनात्मक गतिविधियाँ – बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए खेल-कूद और रचनात्मक गतिविधियाँ जरूरी हैं।
- मानसिक स्वास्थ्य – बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी बराबरी से ध्यान देना आवश्यक है।
माताओं के साथ खुली चर्चा
सत्र के दौरान माताओं के साथ एक खुली चर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें वे अपने अनुभवों को साझा करतीं और विशेषज्ञों से सुझाव प्राप्त करतीं। इस चर्चा ने उन्हें बच्चों के समग्र विकास में और बेहतर भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
प्रशासिका का संदेश
कार्यक्रम में प्रशासिका श्रीमती शोभा गनेरीवाल ने भी अपनी बात रखी और कहा, "ऐसे कार्यक्रम माताओं को अपने बच्चों के साथ एक मजबूत और सकारात्मक रिश्ता बनाने में मदद करते हैं, जो उनके समग्र विकास को सुनिश्चित करता है।"
कार्यक्रम का प्रभाव
इस अवसर पर विद्यालय के बहुत से माताओं ने भाग लिया और कार्यक्रम को बेहद लाभकारी बताया। माताओं ने इस सत्र से बच्चों के समग्र विकास में सुधार के लिए कई उपयोगी टिप्स सीखे।
आगे की योजनाएं
विद्यालय ने भविष्य में भी इस तरह के इंटरएक्टिव सत्र आयोजित करने का वादा किया है, ताकि बच्चों के समग्र विकास में माता-पिता की भूमिका को और बेहतर बनाया जा सके।
कार्यक्रम की सफलता में योगदान
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मीडिया कोऑर्डिनेटर अमन अग्रवाल (कक्षा 9), आराध्या गोयल (कक्षा 7), श्री सोमनाथ दे, श्री विद्युत बरन चंद्र, श्रीमती लक्ष्मी प्रिया दास, श्रीमती लक्खी मनी अधिकारी, श्रीमती कृष्णा दास, और श्रीमती पल्लवी साहा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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