Ranchi Crash: रांची के बुढ़मू में बालू से भरा डंपर अनियंत्रित होकर पेड़ से क्यों टकराया, नेताजी के डंपर पर ग्रामीणों का बड़ा आरोप
क्या आप जानते हैं कि रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र में बालू लदा डंपर अनियंत्रित होकर पेड़ से क्यों टकराया? भीषण दुर्घटना के बावजूद डंपर चालक की जान क्यों बच गई? ग्रामीणों ने इस डंपर को किसी 'नेता' का क्यों बताया? क्षेत्र में अवैध बालू उठाव खुलेआम क्यों हो रहा है और तस्करों के सामने प्रशासन के आदेशों की कोई अहमियत क्यों नहीं है? किस मिलीभगत से यह धंधा चल रहा है? पूरी जानकारी पढ़ें!
रांची, 6 नवंबर 2025 – झारखंड की राजधानी रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र में गुरुवार की सुबह हुआ एक सड़क हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि क्षेत्र में चल रहे अवैध बालू उत्खनन के खतरनाक धंधे की पोल खोलता है। बालू लदा एक तेज रफ्तार डंपर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक विशाल पेड़ से बुरी तरह टकरा गया। हादसे में वाहन को तो काफी नुकसान हुआ, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि भीषण टक्कर के बावजूद चालक पूरी तरह सुरक्षित बच गया। हालांकि, इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने जो खुलासा किया है, उससे सरकारी महकमे की मिलीभगत और माफियाराज का खौफनाक सच सामने आता है।
पेड़ से टकराया डंपर: चालक की जान कैसे बची
बुढ़मू थाना क्षेत्र में सुबह-सुबह यह दुर्घटना तब हुई जब बालू से लदा डंपर तेज रफ्तार में था और अचानक अनियंत्रित हो गया।
-
वाहनों को नुकसान: डंपर सीधे जाकर पेड़ से टकराया, जिससे वाहन काफी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
-
बड़ा चमत्कार: भीषणता को देखते हुए यह एक बड़ा चमत्कार माना जा रहा है कि डंपर चालक सुरक्षित बच निकलने में सफल रहा।
नेताजी का डंपर: ग्रामीणों ने क्यों लगाया बड़ा आरोप
हादसे से ज्यादा गंभीर आरोप ग्रामीणों ने लगाए हैं, जिसने इस मामले को सिर्फ एक दुर्घटना तक सीमित नहीं रखा है।
-
माफियाराज का खुलासा: ग्रामीणों का दावा है कि यह डंपर किसी स्थानीय नेता का है।
-
अवैध उत्खनन: उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि क्षेत्र में अवैध तरीके से बालू का उठाव खुलेआम हो रहा है।
-
मिलीभगत: तस्करों के सामने किसी भी सरकारी आदेश की कोई अहमियत नहीं रह गई है। मिलीभगत से बेरोक-टोक यह अवैध धंधा चल रहा है।
दिखावे की कार्रवाई: बड़े माफिया को छोड़ने का आरोप
ग्रामीणों के अनुसार, प्रशासन की कार्रवाई सिर्फ छोटे स्तर के तस्करों तक ही सीमित है।
-
बड़ी मछली: उनका आरोप है कि बड़े-बड़े माफिया के डंपरों को पकड़ने कोई नहीं आता है।
-
दिखावा: बीच-बीच में सिर्फ दिखावे के लिए कुछ छोटे ट्रैक्टरों को पकड़ कर मामला शांत कर दिया जाता है।
यह दुर्घटना एक बार फिर झारखंड में अवैध खनन और राजनीति-अपराध के गहरे गठबंधन पर सवाल खड़ा करती है। बुढ़मू पुलिस अब इस मामले में दुर्घटना के साथ-साथ अवैध बालू उठाव के एंगल से भी जांच कर सकती है।
What's Your Reaction?


