Ranchi: भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट के बाद पार्टी का करारा पलटवार, बाबूलाल मरांडी ने दी चेतावनी
झारखंड में भाजपा कार्यकर्ताओं पर चुनाव के बाद मारपीट की घटनाओं को लेकर भाजपा का कड़ा विरोध। बाबूलाल मरांडी ने दी सरकार को चेतावनी, स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश नहीं करने की सलाह।
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं पर मारपीट की घटनाओं ने राज्य की राजनीतिक स्थिति को और भी तात्कालिक बना दिया है। इन घटनाओं के बाद भाजपा ने अपनी कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई है और सरकार को करारा जवाब देने की चेतावनी दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने संथाल परगना का दौरा कर इस मुद्दे को लेकर कड़ा रुख अपनाया है।
बरहेट में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट
बाबूलाल मरांडी हाल ही में बरहेट विधानसभा क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की घटना हुई थी। यह वही क्षेत्र है जहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद चुनाव जीतकर आते हैं। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि इस क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं को जानबूझकर निशाना बनाया गया है, और यह घटना सत्ता में बैठे लोगों की प्रतिशोध की भावना को उजागर करती है।
भाजपा का पलटवार: पार्टी को कमजोर समझने की भूल न करें
झारखंड भाजपा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र राय ने रांची स्थित पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्य सरकार को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "भाजपा के कार्यकर्ता चूड़ी पहनकर नहीं बैठी है। जो लोग भाजपा को कमजोर समझ रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि हम सत्ता में रह चुके हैं और विपक्ष में भी रहे हैं।" रवींद्र राय ने झारखंड की सरकार, झामुमो और कांग्रेस के नेताओं को भी यह संदेश दिया कि वे भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ऐसा व्यवहार करने से बचें, वरना जनता खुद सड़क पर उतर आएगी।
सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द की बिगड़ी स्थिति
रवींद्र राय ने आरोप लगाया कि कई स्थानों पर सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस स्थिति को स्वीकार नहीं करेगी और यदि यह सिलसिला जारी रहा तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। राय का कहना था कि भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले राज्य के शांति और सद्भाव को तोड़ने की कोशिश हैं, जो कभी सफल नहीं होंगे।
बहरागोड़ा विधानसभा में मारपीट की घटनाएं
रवींद्र राय ने बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र का भी जिक्र किया, जहां भाजपा समर्थकों के साथ लगातार मारपीट की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती के भतीजे राकेश मोहंती और उनके रिश्तेदार अविनाश पटनायक द्वारा इस इलाके में डर का माहौल बनाया जा रहा है। ये लोग चाकुलिया और बहरागोड़ा में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने यह भी बताया कि चाकुलिया में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष कृष्णा पाल के साथ बदसलूकी की गई और भाजपा के कई कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की घटनाएं हुईं।
भाजपा का मंसूबा: झारखंड को बंगाल न बनने दें
रवींद्र राय ने स्पष्ट रूप से कहा कि भाजपा ने कभी भी राज्य में भय और हिंसा का माहौल नहीं बनाया। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि झारखंड को बंगाल की तरह राजनीतिक हिंसा का शिकार नहीं बनने दिया जाएगा। भाजपा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, "सत्ता हम भी चला चुके हैं और विपक्ष में भी रहे हैं। सरकार बदलती रहती है, लेकिन भय का माहौल पैदा करना बिल्कुल गलत है।" उन्होंने यह भी कहा कि झामुमो नेताओं द्वारा कही जा रही बातों जैसे कि "हारेंगे तो हुड़ेंगे, और जीतेंगे तो थुरेंगे" को चलने नहीं दिया जाएगा, क्योंकि यह राज्य में हिंसा और असामाजिकता फैलाने का प्रयास है।
भाजपा की ओर से कड़ा विरोध और चेतावनी
झारखंड में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रही मारपीट की घटनाओं के बाद भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। बाबूलाल मरांडी और रवींद्र राय द्वारा दी गई चेतावनियां साफ-साफ सरकार और विपक्षी दलों को यह संदेश दे रही हैं कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगी। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर सत्ता में बैठे लोग भाजपा के कार्यकर्ताओं को कमजोर समझने की कोशिश करेंगे तो उनका विरोध और भी तेज हो सकता है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि झारखंड की राजनीति में आगामी दिनों में और भी हलचल हो सकती है, और इस प्रकार की घटनाओं का परिणाम राज्य के समाज और राजनीति पर गहरा असर डाल सकता है।
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