Palamu Encounter: TPC Naxals की पुलिस से मुठभेड़, भारी नक्सल सामग्री बरामद
झारखंड के पलामू जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, भारी नक्सल सामग्री बरामद। जानें कैसे टीपीसी के नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग की, और क्या है इस मुठभेड़ का रहस्य?

झारखंड के पलामू जिले के तरहसी थाना क्षेत्र के सिंजो महुअरी गांव में आज पुलिस और प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में पुलिस ने नक्सल सामग्री की भारी मात्रा बरामद की है, जिससे इलाके में और भी सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि मुठभेड़ के दौरान नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे, और किसी प्रकार की हताहत की खबर नहीं है।
यह मुठभेड़ एक ऐसे समय में हुई है, जब पलामू जिले में नक्सली गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि टीपीसी के नक्सली कमांडर शशिकांत गंझू अपने दस्ते के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए क्षेत्र में पहुंचे थे। इस खबर के बाद से इलाके में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई और पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया।
क्यों हो रहा था सर्च ऑपरेशन?
पलामू पुलिस को गुप्त जानकारी मिली थी कि शशिकांत गंझू, जो कि 10 लाख के इनामी नक्सली कमांडर हैं, अपने दस्ते के साथ सिंजो महुअरी के पहाड़ी इलाके में पहुंचे थे। इस जानकारी के आधार पर एएसपी अभियान राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन जैसे ही पुलिस की टीम इलाके में दाखिल हुई, टीपीसी के नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की। इसके बाद से पूरे इलाके की घेराबंदी की गई और पुलिस ने नक्सलियों की तलाश जारी रखी।
सर्च ऑपरेशन के दौरान बरामद की गई सामग्री
सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने कई महत्वपूर्ण नक्सल सामग्री बरामद की, जिसमें हथियार, गोला-बारूद, और नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल की गई डायरी शामिल थीं। इस मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए तरहसी थाना प्रभारी नीरज कुमार ने बताया कि शुक्रवार को करीब 11 बजे इस मुठभेड़ का सामना हुआ और अब पूरे इलाके में सर्च अभियान जारी है। पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ स्थल से बरामद सामग्री से यह साफ हो गया कि नक्सली किसी बड़ी योजना को अंजाम देने की फिराक में थे।
शशिकांत गंझू का इतिहास और नक्सली गतिविधियां
शशिकांत गंझू पर पलामू इलाके में दर्जनों नक्सली घटनाओं को अंजाम देने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, शशिकांत गंझू को नक्सलियों की मुख्य गतिविधियों का जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। उसे सुरक्षा बलों द्वारा गिरफ्तार करने के लिए कई बार प्रयास किए गए, लेकिन वह हर बार बचने में कामयाब रहा। इस मुठभेड़ के दौरान बरामद की गई सामग्री से यह भी स्पष्ट होता है कि नक्सली संगठन अपनी गतिविधियों को तेज़ करने के लिए बड़ी योजना बना रहे थे।
नक्सल समस्या और पुलिस की मुहिम
झारखंड और विशेष रूप से पलामू जिला हमेशा से नक्सली गतिविधियों का केंद्र रहा है। राज्य सरकार और सुरक्षा बलों द्वारा समय-समय पर नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती रही है। इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने यह साफ किया है कि वे नक्सलियों के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज करेंगे।
पलामू जिले में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई लंबे समय से चल रही है, और इस मुठभेड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि नक्सलवादी गतिविधियों पर काबू पाना इतना आसान नहीं है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि सर्च ऑपरेशन सफल रहेगा और नक्सलियों को जल्द ही पकड़ा जाएगा।
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