Palamu Firing : पारा शिक्षक को गोली मारी! छतरपुर में किराना दुकान बंद कर लौट रहे जमालुद्दीन अंसारी पर घात लगाकर हमला।
पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के नौडीहा गांव में बुधवार देर रात पारा शिक्षक जमालुद्दीन अंसारी को गोली मार दी गई। गंभीर रूप से घायल जमालुद्दीन को रांची के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां ऑपरेशन की तैयारी है। इस वारदात के पीछे जमीन विवाद का मामला सामने आया है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
झारखंड के पलामू जिले में बुधवार की देर रात एक बार फिर हिंसक वारदात ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छतरपुर थाना अंतर्गत नौडीहा गांव में पारा शिक्षक और किराना दुकानदार जमालुद्दीन अंसारी (Jamaluddin Ansari) को बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली मार दी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना दिखाती है कि पलामू जैसे ग्रामीण इलाकों में आपसी रंजिश और जमीन विवाद की जड़ें कितनी गहरी हो चुकी हैं, और अब मामूली विवाद भी हिंसा की राहत ले रहे हैं।
पलामू मंडल के इलाकों में जमीन विवाद हमेशा से एक बड़ी समस्या रहा है, जो अक्सर खूनी झगड़ों में बदल जाता है। शिक्षक जमालुद्दीन अंसारी पर हुए इस हमले ने गांव में दहशत का माहौल बना दिया है, खासकर जब यह पता चला कि हमलावर पहले से ही घात लगाकर बैठे थे।
दुकान बंद करते समय किया गया हमला, पेट और बांह में लगी गोली
बुधवार की देर रात जमालुद्दीन अंसारी अपनी किराना की दुकान बंद करके घर लौट रहे थे। उनका घर दुकान से कुछ ही दूरी पर था, लेकिन उस छोटी-सी दूरी ने उन्हें मौत के मुहाने तक पहुंचा दिया।
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घातक हमला: घर से कुछ ही दूर पर पहले से घात लगाए दो हमलावरों ने जमालुद्दीन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोली उनके दाहिने बांह और पेट में लगी, जिससे वह जमीन पर गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।
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प्रत्यक्षदर्शी बेटी: गोलीबारी की आवाज सुनकर जमालुद्दीन की बेटी जो घर के बाहर चाय पी रही थी, उसने दो हमलावरों को फायरिंग करते हुए देखा। हालांकि वह उनकी पहचान नहीं कर पाई, लेकिन यह चश्मदीद गवाही पुलिस के लिए एक अहम सुराग हो सकती है।
रांची मेदांता में भर्ती, सर्जरी की तैयारी
गंभीर रूप से घायल जमालुद्दीन को तत्काल इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया।
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तत्काल रेफर: पहले उन्हें अनुमंडलीय अस्पताल छतरपुर ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एमएमसीएच डालटनगंज रेफर कर दिया गया। हालांकि डालटनगंज में भी उनकी हालत स्थिर नहीं हो पाई, जिसके बाद उन्हें आगे रांची के लिए रेफर कर दिया गया।
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मेदांता में ऑपरेशन: परिजनों ने जमालुद्दीन को रांची के रिम्स (RIMS) के बजाय गुरुवार को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया है। बताया जा रहा है कि गोली के छर्रे उनके फेफड़ों (Lungs) में फंसे हुए हैं, जिसे निकालने के लिए सर्जरी की प्रक्रिया शुरू होने वाली है।
जमीन विवाद की जड़, पुलिस का एक्शन
इस हमले के पीछे का संभावित कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है।
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पुलिस को बयान: रांची रेफर होने से पहले ही जमालुद्दीन ने पुलिस को बयान देकर कुछ लोगों पर शक जताया था। जमालुद्दीन के बयान के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है और पूरे मामले की गहन जांच में जुटी है।
नौडीहा गांव में इस हिंसक घटना से दहशत का माहौल है। यह घटना एक बार फिर जमीन विवादों को लेकर झारखंड के ग्रामीण इलाकों में बढ़ती अपराध प्रवृत्ति को दर्शाती है, जिसपर प्रशासन को सख्ती से रोक लगानी होगी।
आपकी राय में, झारखंड में जमीन विवादों के चलते होने वाले हिंसक अपराधों को रोकने और ऐसे मामलों के तेज निपटान के लिए स्थानीय पुलिस और राजस्व विभाग को कौन से दो सबसे अनिवार्य कदम उठाने चाहिए?
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