Noida Rashtriya Gaurav Samman 2025: सुनील कुमार "खुराना" को साहित्य और शिक्षा में योगदान के लिए सम्मानित किया गया
नोएडा में आयोजित सातवें राष्ट्र गौरव सम्मान 2025 समारोह में सहारनपुर के सहायक अध्यापक और साहित्यकार सुनील कुमार "खुराना" को साहित्य व शिक्षा में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके सहारनपुर जिले के सुनील कुमार "खुराना" को "राष्ट्र गौरव सम्मान 2025" से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें समाज कल्याण फेडरेशन ऑफ इंडिया (SKF-I) द्वारा आयोजित सातवें राष्ट्र गौरव सम्मान समारोह में प्रदान किया गया।
सुनील कुमार खुराना इस समय उच्च प्राथमिक विद्यालय, बाधी नकुड़, सहारनपुर में सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत हैं। उनका मानना है कि—
"यदि अपने जीवन में कुछ करना है तो मौन रहकर अपने जीवन को साकार करें।"
उनकी जिज्ञासु प्रवृत्ति और निरंतर सीखने की लगन ने उन्हें साहित्य की दुनिया में भी नई पहचान दिलाई है।
कार्यक्रम का भव्य आयोजन
15 अगस्त 2025 की संध्या पर PIIT कॉलेज, कॉलेज पार्क-3, नोएडा के सभागार में भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें देश के नौ राज्यों से 70 विशिष्ट हस्तियों को सम्मानित किया गया। सहारनपुर की तहसील नकुड़ से आए सुनील कुमार खुराना इस मंच पर सम्मानित होकर जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे थे।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट मेहमान
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गौतम बुद्ध नगर के एडीएम बच्चू सिंह थे।
विशेष अतिथि के रूप में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त निदेशक रवींद्र कुमार उपस्थित रहे।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर PIIT कॉलेज के अध्यक्ष एवं SKF-I के मुख्य शिक्षक प्रो. डॉ. भरत सिंह, SKF-I के महानिदेशक डॉ. आलोक कुमार, समाजसेवी एवं शिक्षाविद अजीत सिंह बैंसला, डॉ. देव सिंह, हुकम सिंह देश राजन और समाजसेवी अमृता मौर्य मौजूद रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. बी.एस. राजपूत ने की।
संगठन का उद्देश्य और प्रेरणा
समाज कल्याण फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं संस्थापक डॉ. जितेंद्र बच्चन ने इस अवसर पर कहा कि—
“जब हम किसी व्यक्ति की मेहनत और उपलब्धियों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित करते हैं, तो यह केवल उनका मनोबल नहीं बढ़ाता, बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरित करता है।”
उन्होंने संगठन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए बताया कि यह सम्मान सिर्फ एक पुरस्कार नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने का प्रयास है।
विशेष अतिथि का संदेश
विशेष अतिथि रवींद्र कुमार ने कहा—
“राष्ट्र गौरव प्रतिभा सम्मान समाज की उन्नति और लोगों की मेहनत का प्रतीक है। गौरवशाली परंपरा का हिस्सा बनना एक महत्वपूर्ण अनुभूति है। विकसित समाज ही सशक्त समाज की नींव है।”
सुनील कुमार खुराना की यात्रा
जन्म से ही जिज्ञासु प्रवृत्ति रखने वाले सुनील कुमार खुराना हमेशा सोचते रहे कि विश्व के महान व्यक्तियों के व्यक्तित्व को क्या खास बनाता है। इस जिज्ञासा और सीखने की प्यास ने उन्हें साहित्य के क्षेत्र में भी सक्रिय कर दिया।
शिक्षक होने के साथ-साथ वह एक संवेदनशील लेखक हैं, जो अपने विचारों और लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करते हैं।
सम्मान का महत्व
राष्ट्र गौरव सम्मान 2025 उनके लिए केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे जिले और प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। यह सम्मान उनकी मेहनत, समर्पण और शिक्षा व साहित्य में योगदान की पहचान है।
सुनील कुमार खुराना का यह सम्मान एक स्पष्ट संदेश देता है—
"समर्पण, मेहनत और सही दिशा में प्रयास से किसी भी क्षेत्र में पहचान बनाई जा सकती है।"
उनकी उपलब्धि न सिर्फ सहारनपुर के युवाओं के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा है।
नोएडा में मिला यह सम्मान उनके सफर में एक स्वर्णिम अध्याय बन गया है।
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