Baharagora Fire Accident : खेत में काम करते समय घर में लगी आग, मिनटों में कपड़े-जेवर-राशन सब राख
बहरागोड़ा के खंडामौदा गांव में खेत में काम कर रहे परिवार के घर में अचानक आग लग गई। शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने मिनटों में कपड़े, जेवर, बर्तन और राशन सब जला दिया। जानिए पूरी खबर।

गुरुवार की दोपहर बहरागोड़ा प्रखंड के खंडामौदा गांव में एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। घासीराम भोक्ता, जो अपने परिवार के साथ हेमसागर तालाब टोला में रहते हैं, के घर में अचानक आग लग गई। ये आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में उनका पूरा घर और उसमें रखा सामान जलकर राख हो गया।
खेत में थे परिवार के सभी सदस्य
गुरुवार की दोपहर, घासीराम भोक्ता और उनका परिवार खेत में काम कर रहा था। यह समय गांव में धान की कटाई और फसल की देखभाल का होता है, इसलिए लगभग हर घर के लोग खेतों में थे। तभी अचानक गांव के बीचोंबीच स्थित उनके घर से धुएं के बादल उठने लगे।
शॉर्ट सर्किट से लगी आग
ग्रामीणों ने बताया कि आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। घर के अंदर बिजली के तारों में अचानक चिंगारी निकली, और देखते ही देखते कपड़ों में आग पकड़ ली। आग इतनी तेज थी कि उसे फैलने में कुछ ही सेकंड लगे।
जेवर, कपड़े, बर्तन, राशन – सब राख
घर में रखे कपड़े, बिस्तर, रसोई के बर्तन, महीनों का राशन और कुछ कीमती आभूषण भी जलकर खाक हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि घासीराम भोक्ता का परिवार मेहनत-मजदूरी करके सालों से यह सामान जोड़ता रहा था, लेकिन एक पल में सब खत्म हो गया।
ग्रामीणों ने बचाने की कोशिश की
धुआं देखकर गांव के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। बाल्टी, डिब्बे और मोटर पंप से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की गई। कई लोग बिना किसी सुरक्षात्मक साधन के ही आग में घुसकर सामान निकालने की कोशिश करते रहे, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि कोई भी अंदर नहीं जा पाया।
दमकल विभाग की देरी
गांव शहर से दूर होने की वजह से दमकल की गाड़ी समय पर नहीं पहुंच सकी। जब तक मदद आती, तब तक घर पूरी तरह जल चुका था। ग्रामीणों ने ही मिलकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो गया था।
आर्थिक नुकसान लाखों में
स्थानीय लोगों के अनुसार इस हादसे में लगभग 2 से 3 लाख रुपये का सामान जलकर खाक हो गया है। आभूषण और बर्तन के साथ-साथ पूरे परिवार का अनाज और कपड़े भी नष्ट हो गए। इस समय परिवार के पास रहने और खाने के लिए भी बहुत सीमित साधन बचे हैं।
भावुक हुईं महिलाएं, रो पड़ा पूरा परिवार
जब खेत से लौटकर परिवार ने घर की हालत देखी तो सबकी आंखों में आंसू आ गए। महिलाएं चिल्ला-चिल्लाकर रोने लगीं और पुरुष जमीन पर बैठकर सिर पकड़कर सन्न रह गए। यह सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि सालों की मेहनत और सपनों का घर था, जो राख में बदल गया।
प्रशासन से मदद की अपील
गांव के मुखिया और स्थानीय लोग प्रशासन से इस परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग कर रहे हैं। कई सामाजिक संगठनों ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है, ताकि परिवार को जल्द से जल्द राहत मिल सके।
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही आग की घटनाएं
हाल के दिनों में ग्रामीण झारखंड में शॉर्ट सर्किट और रसोई गैस रिसाव से आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं। बिजली के पुराने तार और समय-समय पर मरम्मत न होने की वजह से ऐसे हादसे बार-बार हो रहे हैं।
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