Hazaribagh NTPC Protest : मुआवजा शिविर में हंगामे के बाद ग्रामीणों का जेल भरो आंदोलन, बड़कागांव थाने का घेराव
हजारीबाग के बड़कागांव प्रखंड में एनटीपीसी मुआवजा शिविर में हंगामे के बाद पुलिस कार्रवाई से नाराज ग्रामीणों ने गुरुवार को जेल भरो आंदोलन शुरू किया और बड़कागांव थाने का घेराव कर दिया। जानें पूरी घटना।

बड़कागांव प्रखंड के बादम कोल ब्लॉक में मंगलवार को हुए मुआवजा शिविर के दौरान हंगामे के बाद हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। गुरुवार को पुलिस की कार्रवाई के विरोध में ग्रामीणों ने सुबह से ही जेल भरो आंदोलन शुरू कर दिया और बड़कागांव थाने का घेराव किया। बाद में मुख्य चौक को भी जाम कर दिया गया।
ग्रामीणों का आरोप – पुलिस कर रही जुल्म
ग्रामीणों का कहना है कि एनटीपीसी बदाम कोल ब्लॉक कंपनी के इशारे पर पुलिस बेकसूर लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है और गिरफ्तारियां कर रही है। उनका कहना है कि हमारा इलाका उपजाऊ जमीन और हरियाली से भरपूर है, जहां हम साल में तीन-चार फसलें उगाते हैं। इसके अलावा आम, महुआ, जामुन जैसे फलदार पेड़ और औषधीय पौधे भी हमें जीवनयापन में मदद करते हैं। ग्रामीणों ने साफ कहा कि वे अपने इलाके में कोयला खदान बनने नहीं देंगे।
मंगलवार की घटना – कैसे भड़का विवाद
मंगलवार को बड़कागांव अंचल कार्यालय में मुआवजा वितरण शिविर आयोजित होना था, जो बदाम कोल परियोजना के तहत आयोजित किया जा रहा था। इस कार्यक्रम के लिए 12 अगस्त 2025 की तारीख तय की गई थी।
मुआवजा शिविर की सूचना मिलते ही बड़कागांव पूर्वी क्षेत्र के हजारों भू-रैयत, जो जल, जंगल और जमीन बचाने की मांग कर रहे थे, अंचल कार्यालय पहुंच गए।
भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने अचानक शिविर का स्थान बदलकर महुगाई कला पंचायत भवन कर दिया। इस कदम से ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने आरोप लगाया कि शिविर स्थल का बदलाव बिना पूर्व सूचना के किया गया, जो संविधान के खिलाफ है।
अधिकारियों को बंधक और झड़प
ग्रामीणों ने शिविर स्थल पर मौजूद एनटीपीसी और अंचल कार्यालय के अधिकारियों को बंधक बना लिया। इसी दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच हल्की झड़प हो गई। इस झड़प में एनटीपीसी और अंचल कार्यालय के अधिकारी समेत कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
घटना के बाद पुलिस ने ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और गिरफ्तारियां शुरू कर दीं। इसके बाद ग्रामीणों का आक्रोश और बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप गुरुवार को उन्होंने जेल भरो आंदोलन की शुरुआत की और थाने का घेराव कर दिया।
ग्रामीणों की मांगें
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बेकसूर ग्रामीणों पर दर्ज केस वापस लिए जाएं।
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भूमि अधिग्रहण और मुआवजा प्रक्रिया में पारदर्शिता हो।
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बदाम कोल परियोजना को रद्द किया जाए या स्थानीय लोगों की सहमति से ही आगे बढ़ाया जाए।
स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में
गुरुवार शाम तक इलाके में तनाव बना हुआ था। पुलिस प्रशासन स्थिति पर नज़र रखे हुए है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
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