निर्मल महतो के शहादत दिवस पर सामजिक सेवा संघ ने दी श्रद्धांजलि, संयोजक राजेश सामंत और सचिव सुधाकर लोहरा ने जताया सम्मान
सामजिक सेवा संघ ने शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर फूल अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। जानें कैसे संघ के संयोजक राजेश सामंत और सचिव सुधाकर लोहरा ने अपने भावुक उद्गार प्रकट किए।
निर्मल महतो के शहादत दिवस पर सामजिक सेवा संघ ने दी श्रद्धांजलि, संयोजक राजेश सामंत और सचिव सुधाकर लोहरा ने जताया सम्मान
शहीद निर्मल महतो, जिनकी शहादत ने झारखंड की माटी में स्वतंत्रता की अलख जगाई, उनके शहादत दिवस पर गुरुवार को समाजिक सेवा संघ के सदस्यों ने Chamaria Guest House में एक भावुक समारोह आयोजित किया। चामरिया गेस्ट हाउस में आयोजित एक भावपूर्ण समारोह में सामजिक सेवा संघ के संयोजक राजेश सामंत और सचिव सुधाकर लोहरा ने शहीद निर्मल महतो को श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद दिवस के इस अवसर पर संघ के सदस्य पप्पू यादव, कृष्णा कामत, विपिन शुक्ला, और शिव लाल लोहरा भी शामिल थे। सभी ने सामूहिक रूप से निर्मल महतो की प्रतिमा पर फूल अर्पित कर उनके प्रति अपने सम्मान और कृतज्ञता को व्यक्त किया।
संयोजक राजेश सामंत का भावुक संबोधन संयोजक राजेश सामंत ने अपने संबोधन में कहा, "निर्मल महतो सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि हमारे संघर्ष का प्रतीक हैं। उन्होंने हमें एकता का पाठ पढ़ाया और झारखंड की अस्मिता के लिए अपनी जान तक न्यौछावर कर दी। आज उनके शहादत दिवस पर हम सब उनके अधूरे सपनों को पूरा करने का संकल्प लेते हैं। सामजिक सेवा संघ के माध्यम से हम उनके आदर्शों को जीवित रखने का हर संभव प्रयास करेंगे।"
सचिव सुधाकर लोहरा ने दिया आदरपूर्ण संदेश संघ के सचिव सुधाकर लोहरा ने अपने वक्तव्य में कहा, "निर्मल महतो ने जो बलिदान दिया है, वह अमर रहेगा। उन्होंने हमें बताया कि हमारे हक और अधिकारों की रक्षा के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। उनकी शहादत हमें प्रेरित करती है कि हम झारखंड के विकास और सम्मान के लिए निरंतर प्रयासरत रहें। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनकी यादों को संजोएं और उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारें।"
झारखंड मुक्ति मोर्चा छात्र संघ के नेता "पप्पू यादव" का संदेश झारखंड मुक्ति मोर्चा छात्र संघ के नेता ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए कहा, "निर्मल महतो जैसे महान नेता के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उनके बलिदान ने हमें यह सिखाया कि अपने हक के लिए कैसे लड़ना है। आज हमें उनकी विरासत को सहेजना है और उनकी संघर्ष की मशाल को आगे बढ़ाना है।"
इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने निर्मल महतो के प्रति अपने श्रद्धा और सम्मान को व्यक्त किया और उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। सामजिक सेवा संघ का यह आयोजन महतो के आदर्शों को जीवित रखने और नई पीढ़ी को उनके बलिदान की याद दिलाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था।
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