भाजपा से मोहभंग: डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु ने थामा झारखंड मुक्ति मोर्चा का हाथ, हेमंत सोरेन ने दी गर्मजोशी से बधाई!

झारखंड की राजनीति में बड़ा उलटफेर! डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु ने भाजपा को छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थामा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 37वें शहादत दिवस पर शहीद निर्मल महतो को श्रद्धांजलि देने के बाद सिंधु को तहे दिल से बधाई दी।

Aug 8, 2024 - 22:50
Aug 8, 2024 - 22:53
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भाजपा से मोहभंग: डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु ने थामा झारखंड मुक्ति मोर्चा का हाथ, हेमंत सोरेन ने दी गर्मजोशी से बधाई!
भाजपा से मोहभंग: डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु ने थामा झारखंड मुक्ति मोर्चा का हाथ, हेमंत सोरेन ने दी गर्मजोशी से बधाई!

झारखंड की राजनीति इन दिनों उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है। राजनीतिक पार्टियों के बीच आने-जाने का खेल चरम पर है, जिससे जनता के वोट भी कभी इस पार्टी में, तो कभी उस पार्टी में जाते दिख रहे हैं। राजनीतिक हालात इस कदर बदल रहे हैं कि चुनाव में जिस पार्टी को जनता वोट दे रही है, वही नेता चुनाव जीतने के बाद दूसरी पार्टी में शामिल हो जा रहे हैं।

इस कड़ी में, आज कदमा उलियान में शहीद निर्मल महतो के 37वें शहादत दिवस पर एक ऐतिहासिक घटना घटी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीद निर्मल महतो को श्रद्धांजलि अर्पित की और इसके बाद डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला, जब डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु ने भाजपा छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का दामन थाम लिया।

हेमंत सोरेन की गर्मजोशी और शुभकामनाएं

शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु का झारखंड मुक्ति मोर्चा में स्वागत किया। सोरेन ने सिंधु को बधाई देते हुए कहा कि यह निर्णय न केवल सिंधु के लिए बल्कि झारखंड की राजनीति के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सिंधु को झामुमो का हिस्सा बनने पर तहे दिल से बधाई दी और कहा कि उनकी उपस्थिति पार्टी को और भी मजबूत बनाएगी।

सिंधु का भाजपा से मोहभंग

डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु का भाजपा से मोहभंग होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। राजनीति के इस खेल में, जब पार्टियों के सिद्धांत और कार्यशैली बदलते हैं, तो नेता भी अपने भविष्य और जनता के हितों को देखते हुए निर्णय लेते हैं। सिंधु का भाजपा छोड़कर झामुमो में शामिल होना, यह दर्शाता है कि वे झारखंड की जनता के हितों को सर्वोपरि मानते हैं और इसके लिए वे किसी भी पार्टी का हिस्सा बन सकते हैं। कुछ समय पहले भाजपा को छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हुए है । उनका 21 जुलाई को सुमन महतो, श्रीमान रामदास सोरेन, पूर्बी के दिग्गज नेता समीर महंती और तमाम जे एम एम के बड़े नेताओं के बिच अपने सैकड़ों कार्यकर्ता के साथ जुड़े ।

शहीद निर्मल महतो को श्रद्धांजलि और राजनीति में नया मोड़

37वें शहादत दिवस पर शहीद निर्मल महतो को श्रद्धांजलि देने के बाद, इस घटना ने झारखंड की राजनीति को एक नया मोड़ दिया है। डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु का झामुमो में शामिल होना, न केवल भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि झामुमो के लिए भी एक बड़ी जीत मानी जा रही है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो की यह नई टीम अब और भी मजबूती से झारखंड की राजनीति में अपनी पकड़ बनाएगी।

आगे का रास्ता

डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु का झामुमो में शामिल होना, आने वाले चुनावों में एक बड़ा असर डाल सकता है। भाजपा से नाराज नेताओं का झामुमो में जाना, इस बात का संकेत है कि झारखंड की राजनीति में बदलाव की लहर चल रही है। अब देखना होगा कि झामुमो इस मौके को कैसे भुनाता है और भाजपा इस चुनौती का सामना कैसे करती है।

डॉक्टर अवतार सिंह सिंधु का झामुमो में शामिल होना, झारखंड की राजनीति में एक नया अध्याय लिख रहा है। अब देखना यह है कि इस बदलाव से झारखंड की राजनीति में क्या नए समीकरण बनते हैं और इसका चुनावी असर कितना गहरा होता है।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।