झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति की सभा में जयराम महतो का बड़ा हमला: "हेमंत सोरेन नौकरी बाहरियों को दे रहे, सम्मान राशि के लिए झारखंडी महिलाओं को लाइन में लगा रहे"
जेबीकेएसएस की बदलाव संकल्प सभा में जयराम महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखा हमला किया। जानें कैसे उन्होंने झारखंड में बाहरी लोगों के प्रभाव और झारखंड मुक्ति मोर्चा की नीतियों पर सवाल उठाए।
पटमदा के काटिन में गुरुवार को झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) की ओर से आयोजित बदलाव संकल्प सभा में झारखंड की राजनीति गरमा गई। इस सभा में जेबीकेएसएस प्रमुख जयराम महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखे हमले किए। महतो ने कहा कि वे न तो विधायक बनने आए हैं और न ही भड़काने। उनका मकसद लोगों के अंदर का डर खत्म करना है, ताकि वे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ सकें।
हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप
जयराम महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य में बाहरी लोगों को 50,000 की नौकरी दी जा रही है, जबकि झारखंडी महिलाओं को 1,000 रुपये की सम्मान राशि के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ता है। महतो ने यह भी कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव बंगाल से और सलाहकार बिहार-यूपी से चुने जा रहे हैं, जो कि जल, जंगल और जमीन की बात करने वाले झामुमो की नीति के खिलाफ है।
निर्मल महतो की शहादत पर भावुक बयान
महतो ने शहीद निर्मल महतो का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी शहादत के बाद ही झारखंड को अलग राज्य का दर्जा मिला। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब फिर से हर घर से एक निर्मल महतो पैदा करना होगा, ताकि राज्य की अस्मिता को बचाया जा सके।
झामुमो छोड़कर जेबीकेएसएस में शामिल हुए नए सदस्य
इस सभा में झामुमो छोड़कर आए जुगल किशोर मुखी समेत कई लोगों ने जेबीकेएसएस का दामन थामा। जयराम महतो ने उनका स्वागत किया और कहा कि यह संगठन झारखंड की अस्मिता की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगा।
सभा का संचालन फनी भूषण महतो और बबलू रुहिदास ने किया। इस अवसर पर केंद्रीय कमेटी के फरजान खान, नवीन महतो, किशोरी किस्कू, दिनेश महतो, भास्कर मुखी, सुब्रत महतो समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे।
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