क्या झारखंड के राज्यपाल का बदल गया है "संतोष कुमार गंगवार" ? जानें नई नियुक्तियों का पूरा हाल!
क्या झारखंड के राज्यपाल बदल दिए गए हैं? जानें कौन हैं नए राज्यपाल और किन-किन राज्यों में हुए हैं बदलाव? पूरी जानकारी के लिए पढ़ें।
झारखंड समेत 10 राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति, जानें कौन कहां बना राज्यपाल
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को राष्ट्रपति के आदेश से बदल दिया गया है। अब संतोष कुमार गंगवार झारखंड के नए राज्यपाल होंगे, जबकि सीपी राधाकृष्णन को महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया है। इसके साथ ही देश के 10 अन्य राज्यों में भी राज्यपालों के तबादले और नई नियुक्तियां की गई हैं।
कल हरिभाऊ किशनराव बागडे को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया, वहीं जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना का राज्यपाल बनाया गया है। ओमप्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
छत्तीसगढ़ में रेमन डेका नए राज्यपाल होंगे, जबकि मेघालय के नए राज्यपाल सीएच विजय शंकर होंगे। असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक भी नियुक्त किया गया है।
सिक्किम के वर्तमान राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, साथ ही उन्हें मणिपुर का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। के कैलाश नाथन को पुडुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है।
संतोष कुमार गंगवार
संतोष गंगवार का नाम उत्तर प्रदेश के बरेली में विकास पुरुष के रूप में लिया जाता है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता गंगवार ने अपने राजनीतिक सफर में कई मील के पत्थर हासिल किए हैं। आइए जानते हैं उनके जीवन और करियर की प्रमुख बातें।
बरेली से राजनीतिक सफर की शुरुआत
संतोष गंगवार का जन्म 1 नवंबर 1948 को उत्तर प्रदेश के बरेली में हुआ था। उन्होंने अपनी बीएससी और एलएलबी की डिग्री आगरा विश्वविद्यालय और रूहेलखंड विश्वविद्यालय से प्राप्त की। शिक्षा के दौरान वे छात्र राजनीति में सक्रिय रहे और इंदिरा गांधी की ओर से लगाई गई इमरजेंसी के दौरान जेल भी गए।
शुरुआती संघर्ष और जीत का सफर
गंगवार ने अपना पहला चुनाव 1981 में बरेली लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर लड़ा, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 1984 के आम चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बाद उन्होंने जो रफ्तार पकड़ी, वह अभूतपूर्व थी। 1989 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे गंगवार ने 2009 के चुनाव में कांग्रेस के प्रवीण सिंह आरोन से 9 हजार से अधिक मतों के अंतर से हार का सामना किया। लेकिन 2014 में उन्होंने एक बार फिर जबरदस्त वापसी करते हुए जीत हासिल की और 2019 में भी विजयी रहे।
महत्वपूर्ण पदों पर सेवा
संतोष गंगवार ने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दी। वे 13वीं लोकसभा में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री के साथ-साथ संसदीय कार्य राज्य मंत्री भी रहे। मोदी सरकार में भी उन्होंने टेक्सटाइल और वित्त राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाली। जुलाई 2021 तक वे श्रम एवं रोजगार मंत्री के पद पर कार्यरत रहे।
बरेली के विकास पुरुष
संतोष गंगवार का बरेली के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वे 1989 से 2009 तक लगातार छह बार सांसद रहे। हालांकि, 2009 के चुनाव में उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन 2014 और 2019 में उन्होंने फिर से जीत हासिल की और बरेली के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में बरेली ने कई विकास कार्य देखे।
2024 में नहीं मिला टिकट
2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने संतोष गंगवार को उम्मीदवार नहीं बनाया। उनकी जगह बीजेपी ने छत्रपाल सिंह गंगवार को बरेली सीट से टिकट दिया और उन्हें जीत मिली। छत्रपाल इससे पहले बहेड़ी विधानसभा सीट से 2007 से 2012 तक विधायक रहे।
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