नवादा जिले के महेशपुर गांव में दबंगों के कहर ने एक भयंकर घटना को जन्म दिया है, जब दो सहोदर भाइयों पर तलवार और लाठी-डंडों से जानलेवा हमला किया गया। यह हमला इतनी बेरहमी से किया गया कि दोनों भाइयों के शरीर में सैकड़ों टांके लगे और उन्हें बीच सड़क पर अधमरा छोड़ दिया गया। इस खौफनाक घटना ने पूरे जिले को दहला दिया है और पुलिस प्रशासन अब मामले की गहरी जांच में जुट चुका है।
कैसे हुआ हमला?
घटना जिले के उग्रवाद प्रभावित थाली थाना क्षेत्र के महेशपुर गांव की है। पीड़ित दोनों सहोदर भाई कुलदीप यादव और भरत यादव, जो परमेश्वर यादव के पुत्र हैं, देर शाम बकसोती बाजार से घर लौट रहे थे। तभी रास्ते में गोडयारी पुल के पास करीब 20 से 25 लोगों के एक दबंग समूह ने अचानक उन पर हमला कर दिया। इन दबंगों ने तलवार, लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से दोनों भाइयों पर कहर बरपाया।
हमलावरों ने कुलदीप यादव के दोनों हाथ और पैर तोड़ दिए, साथ ही उनकी अंगुलियां भी तोड़ दीं। कुलदीप के शरीर में 100 से ज्यादा टांके लगे हैं। वहीं, भरत यादव को भी बुरी तरह पीटा गया और उनके दोनों पैर तोड़ दिए गए, साथ ही बाएं हाथ को भी तोड़ दिया गया। भरत के शरीर में 50 से अधिक टांके लगे हैं। दोनों भाइयों को अधमरा हालत में छोड़ दिया गया, और हमलावर मौके से फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने खून से लथपथ दोनों भाइयों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को सदर अस्पताल रेफर किया, जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें पटना स्थित पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल) रेफर कर दिया गया।
इस भयावह हमले के बाद पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। पीड़ित भाइयों ने गांव के ही विजय यादव और अन्य 20-25 लोगों पर हमला करने का आरोप लगाया है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक आरोपियों को पकड़ नहीं पाया है और जांच जारी है।
नवादा जिले में बढ़ती हिंसा: क्या है कारण?
नवादा जिला हमेशा से अपनी उग्रवाद और दबंगों की गतिविधियों के लिए चर्चा में रहा है। इस इलाके में कई बार दबंगों द्वारा छोटे-मोटे विवादों को लेकर हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। लेकिन इस बार जो हुआ, वह जिले में हिंसा की एक नई परिभाषा लिखता हुआ नजर आता है। सवाल यह उठता है कि क्या दबंगों के खिलाफ प्रशासन कोई कड़ा कदम उठाएगा? या यह सिर्फ एक और घटनाक्रम बनकर रह जाएगा?
क्या थी इन हमलावरों की मंशा?
इस हमले के पीछे की वजह को लेकर फिलहाल कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन पीड़ित भाइयों का कहना है कि यह हमला उनकी किसी निजी दुश्मनी का नतीजा हो सकता है। हमलावरों ने इतनी बेरहमी से हमला किया कि यह सवाल उठता है कि क्या यह हमला एक पूर्व की योजना का हिस्सा था।
क्या पुलिस पकड़ पाएगी आरोपियों को?
पुलिस इस मामले में पूरी तरह से गंभीर है और आरोपियों को पकड़ने के लिए छानबीन कर रही है। लेकिन, यह देखना होगा कि क्या पुलिस दबंगों के खिलाफ कार्रवाई कर पाती है, जो कई बार कानून से ऊपर समझे जाते हैं। क्या प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेकर दबंगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा?
नवादा जिले में हुए इस हमले ने एक बार फिर से दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता को उजागर किया है। इस भयावह घटना ने जिले के प्रशासन और पुलिस को एक चुनौती दी है। क्या यह मामला दबंगों के खिलाफ एक सख्त संदेश देगा? या फिर यह घटना भी अतीत की बाकी घटनाओं की तरह हल्की पड़ जाएगी? आने वाले दिनों में यह साफ होगा।