Nawada Road Accident – नवादा में महिला समेत तीन की सड़क दुर्घटना में मौत, तेज रफ्तार बनी मौत की वजह
नवादा में सड़क दुर्घटना के कारण महिला समेत तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। तेज रफ्तार वाहन के कारण यह घटना घटी, जिससे पूरे जिले में शोक की लहर है।
नवादा में साल 2024 के आखिरी दिन एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया। जहां एक महिला समेत तीन लोगों की जान चली गई। यह घटना एक बार फिर से सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही और तेज रफ्तार की खतरनाक सूरत को उजागर करती है। नवादा जिले में अब तक कुल 396 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 181 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, और 157 बड़ी सड़क दुर्घटनाएं सामने आई हैं। इन हादसों में 235 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
2024 में क्या रही सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति?
नवादा जिले में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल दुर्घटनाओं में कुछ कमी आई है, लेकिन वाहन चालकों की लापरवाही ने स्थिति को और भी भयावह बना दिया है। 2023 में जिले में 460 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जिसमें 250 लोगों की मौत हुई थी। गंभीर सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा 216 था। 2024 में इस संख्या में थोड़ी कमी आई है, लेकिन यह कमी पर्याप्त नहीं है, खासकर जब हम सड़क सुरक्षा के मुद्दे को देखते हैं।
ब्लैक स्पॉट्स और उनकी चिंता
वर्ष 2023 में नवादा जिले में ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की गई थी, जहाँ सड़क हादसों की संख्या सबसे अधिक रही थी। इन ब्लैक स्पॉट्स में शाहपुर मोड़, अकौना बाजार, केंदुआ मोड़, बलवापर, चांदनी चौक, माखर मोड़, नेमदारगंज के छह माइल, रजौली के अंधरवारी मोड़, अमावां मोड़, और बांके मोड़ शामिल हैं। ये क्षेत्र हादसों के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील हैं और इन जगहों पर खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
दिसंबर में हुए बड़े सड़क हादसे
साल 2024 के आखिरी दिन नवादा जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ। 29 दिसंबर की रात नवादा-गया पथ पर नगर थाना क्षेत्र के कृषि फार्म के पास तेज रफ्तार वाहन ने एक बाइक को जोरदार टक्कर मारी। इस हादसे में बाइक पर सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ। मृतकों की पहचान नगर थाना क्षेत्र के गोपाल नगर मुहल्ले के सौरभ कुमार और आकाश कुमार के रूप में हुई। यह दोनों युवक आपस में ममेरा-फुफेरा भाई थे। दुर्घटना के बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और परिजनों को सूचित किया।
इस हादसे के बाद से सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर फिर से चर्चा शुरू हो गई है। तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग का खतरा अब तक नहीं कम हो सका है, जिससे यह साबित होता है कि सड़क सुरक्षा की जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा
दूसरी ओर, 31 दिसंबर को एक और सड़क दुर्घटना में बाइक सवार महिला की मौत हो गई। यह दुर्घटना अज्ञात वाहन के धक्के से हुई। वहीं, रजौली टोल प्लाजा पर खड़े डंपर में टक्कर मारने से एक चालक की भी मौत हो गई। इस प्रकार, वर्ष 2024 के अंतिम दिनों में हुई सड़क दुर्घटनाओं ने यह साबित कर दिया कि सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता की कमी अभी भी बनी हुई है।
सड़क सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
हालांकि पुलिस प्रशासन ने कई ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की है और वहां विशेष ध्यान देने की बात कही है, लेकिन सड़क सुरक्षा को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी अब भी देखने को मिल रही है। सबसे ज्यादा जोखिम युवा वर्ग में पाया जा रहा है, जो स्टंट करने के चक्कर में अपनी जान खतरे में डाल देते हैं।
नवादा जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, और अगर इस पर शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन को जल्द से जल्द जरूरी कदम उठाने चाहिए, ताकि आने वाले वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सके।
यह कहा जा सकता है कि साल 2024 ने नवादा जिले में एक दुखद रिकॉर्ड छोड़ा है, लेकिन अब समय आ गया है कि प्रशासन और आम नागरिक मिलकर सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं। सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए हमें तेज रफ्तार, लापरवाही और वाहन सुरक्षा के नियमों का पालन करना होगा।
What's Your Reaction?