नवादा नगर में मोबाइल ऐप के जरिए पैसे की धोखाधड़ी करने वाला एक साइबर ठग पकड़ा गया। यह घटनाक्रम तब सामने आया जब एक दुकानदार ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। साइबर ठग फोन-पे के फर्जी एप्लिकेशन के जरिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन दुकानदार की सतर्कता ने उसकी मंशा को विफल कर दिया।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
यह घटना स्टेशन रोड स्थित सियाराम मशीनरी दुकान की है, जहां पर आरोपी ने एक ग्राइंडर मशीन खरीदने के बाद पैसे की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने की कोशिश की। साइबर ठग ने पहले फोन-पे के फर्जी एप्लिकेशन का इस्तेमाल करते हुए पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश की, लेकिन दुकानदार को कोई पैसा नहीं मिला। उसने इस पर युवक से पूछा, तो आरोपी ने फिर से पैसे भेजे, लेकिन दुकानदार के खाते में कोई पैसा नहीं आया। जबकि आरोपी के मोबाइल में ट्रांजैक्शन 'सक्सेसफुल' दिख रहा था। इस पर दुकानदार को शक हुआ कि यह युवक किसी साइबर ठग का हिस्सा हो सकता है।
क्या था आरोपी का तरीका?
साइबर ठगों का यह तरीका काफी आम हो गया है, जिसमें वे फर्जी ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं और पैसे ट्रांसफर करने का दावा करते हैं। लेकिन असल में यह पूरी प्रक्रिया धोखाधड़ी पर आधारित होती है। आरोपी ने दुकानदार को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि पैसे ट्रांसफर हो गए हैं, जबकि असल में ऐसा कुछ नहीं हुआ।
शक के बाद दुकानदार की कार्रवाई
दुकानदार को जब पूरी सच्चाई का अहसास हुआ, तो उसने तुरंत शोर मचाते हुए आरोपी को पकड़ लिया और इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर थाना की टीम को मौके पर भेजा और आरोपी को गिरफ्तार कर थाने ले आई।
आरोपी की पहचान और जब्ती
पकड़े गए साइबर ठग की पहचान पकरीबरावां थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी शिवकुमार महतो के पुत्र सुरेंद्र कुमार के रूप में की गई है। पुलिस ने आरोपी के पास से उसका मोबाइल और बाइक जब्त कर ली है।
पुलिस का बयान
डीएसपी प्रिया ज्योति ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि दुकानदार की सूचना पर साइबर ठग को गिरफ्तार किया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। आगे की कार्रवाई दुकानदार के आवेदन के आधार पर की जाएगी।
साइबर अपराध: एक बढ़ती समस्या
साइबर अपराधों का प्रचलन इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है, और ऐसे मामलों में धोखाधड़ी करने वाले कई अपराधी पकड़े नहीं जा पाते। हालांकि, इस घटना ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि यदि लोग सतर्क रहते हैं और ऐसे अपराधियों के खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो इन अपराधों पर काबू पाया जा सकता है।
क्यों जरूरी है साइबर सुरक्षा?
साइबर अपराधों से बचने के लिए लोगों को ऑनलाइन लेन-देन करते वक्त सतर्क रहना चाहिए। किसी भी अनजाने एप्लिकेशन से ट्रांजैक्शन करने से बचें और हमेशा सही प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करें। इसके अलावा, यदि कभी आपको शक हो, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें और इस तरह के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में मदद करें।
क्या है आगे का कदम?
इस मामले के सामने आने के बाद अब पुलिस साइबर ठगों के खिलाफ अधिक कठोर कदम उठाने की तैयारी कर रही है। साथ ही, दुकानदारों और आम नागरिकों को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में कम हो सकें।