नारों की बारिश भरमार-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित
चुनावी प्रदेश में हो रही नारों की बारिश भरमार, सब कुछ जनता के हाथों किसकी नईया होगी पार।
नारों की बारिश भरमार
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चुनावी प्रदेश में हो रही
नारों की बारिश भरमार,
सब कुछ जनता के हाथों
किसकी नईया होगी पार।
चुनाव प्रचार जोरों पर
माहौल हो रहा गरमागरम,
विश्लेषक गणना कर रहे
किसके वादों में सही दम।
एकजुटता के नाम पर
लगते नारे अलग अलग,
सनातन पर हमला तेज
पक्ष विपक्ष राग विलग।
जातीय जनगणना से तो
हिन्दुओं के बँटने का खतरा,
विपक्ष इसे कराने पर तुला
जातिवाद से जीत का असरा।
रेबड़ी संस्कृति का पर्दाफाश
खरगे ने इसे स्वयं स्वीकारा,
भाजपा ने किया पलटवार
राहुल झूठों का बड़ा सरदारा।
कर्नाटक उत्तराखंड अस
ना हो किसी प्रदेश का हाल,
कर्मचारियों के वेतन के लाले
रेबड़ी वादे से ही हुए बदहाल।
वित्त प्रबंधन कीजिए पहले
तब कीजिए रेबड़ी का वादा,
चुनाव तो आते जाते रहेंगे
असफलता पर बदनामी जादा।
-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित
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