मुरली ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन, जमशेदपुर में भगवान विश्वकर्मा की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना

मुरली ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन, जमशेदपुर में भगवान विश्वकर्मा की विधिपूर्वक पूजा की गई। इस पूजा में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिससे शिक्षा और समृद्धि की कामना की गई। जानें इस पूजा का महत्व और इसका मुरली ग्रुप पर प्रभाव।

Sep 17, 2024 - 21:31
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मुरली ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन, जमशेदपुर में भगवान विश्वकर्मा की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना
मुरली ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन, जमशेदपुर में भगवान विश्वकर्मा की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना

मुरली ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन, जमशेदपुर में भगवान विश्वकर्मा की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना कराई गई। हर साल की तरह इस बार भी संस्थान ने यह पूजा विशेष भव्यता के साथ संपन्न की, जिसमें शिक्षकों और विद्यार्थियों ने पूरे श्रद्धा भाव से भाग लिया। ऐसी मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से न केवल कार्य में आ रही बाधाओं का निवारण होता है, बल्कि व्यापार और शिक्षा में भी समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

पूजा का महत्व और संस्थान की कामना

संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर नूतन रानी और अध्यक्ष महोदय ने भगवान विश्वकर्मा से संस्थान के सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए कल्याण की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने यह भी प्रार्थना की कि मुरली ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो और उन्हें भविष्य में कैंपस सेलेक्शन के माध्यम से उज्जवल करियर का अवसर मिले।

विशेष सहभागिता और आयोजन

इस पूजा में मुरली पब्लिक स्कूल और मुरली पारामेडिकल एंड रिसर्च कॉलेज के सभी विद्यार्थी और शिक्षक शामिल हुए। प्रियंका तिवारी, शशिकला देवी, नमिता बेरा, प्रदीप राय, मिताली, टीना देवी, दिव्यांशी, रोहित राय और हरिओम ने इस आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाई और सभी ने मिलकर भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद प्राप्त किया। पूजा के दौरान धार्मिक विधियों का पालन किया गया और सभी ने एक साथ मिलकर भगवान से प्रार्थना की कि संस्थान के सभी विद्यार्थी भविष्य में नई ऊचाइयों को छू सकें।

विश्वकर्मा पूजा का महत्व

कन्या संक्रांति के दिन भगवान विश्वकर्मा का अवतरण हुआ था, और इसी कारण इस दिन को विश्वकर्मा जयंती के रूप में मनाया जाता है। भगवान विश्वकर्मा को सभी देव नगरी, जैसे स्वर्ग लोक, पुष्पक विमान और कुबेरपुरी का रचनाकार कहा जाता है। यह पूजा विशेष रूप से व्यापारियों, कलाकारों और शिल्पकारों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और शिल्प के देवता के रूप में पूजा जाता है।

आशीर्वाद और शुभकामनाएं

विश्वकर्मा पूजा के इस पावन अवसर पर मुरली ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन ने अपने सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों के उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद मांगा। इसके साथ ही संस्थान ने इस अवसर पर यह भी उम्मीद जताई कि भगवान का आशीर्वाद विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत को सफलता में बदल देगा।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।