Mahakumbh Visit PM Modi: पीएम मोदी 5 फरवरी को त्रिवेणी संगम में लगाएंगे डुबकी, राष्ट्रपति इस दिन करेंगे स्नान
पीएम के स्नान का कार्यक्रम तय हो गया है। प्रधानमंत्री 5 फरवरी को प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान करेंगे। वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 1 फरवरी को महाकुंभ जाएंगी।
महाकुंभ पीएम नरेंद्र मोदी न्यूज: प्रयागराज के मकाकुंभ मेले में बीते दिनों हुई घटना के बावजूद श्रद्धालुओं के आने का तांता लगा हुआ है। गुरुवार को लगभग दो करोड़ लोगों ने स्नान किया। खबर के मुताबिक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 5 फरवरी को प्रयागराज का दौरा करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी महाकुंभ के त्रिवेणी संगम में स्नान भी करेंगे। पीएम मोदी प्रयागराज में लगभग 4 घंटे तक रहेंगे। इस बीच को विभिन्न अखाड़ों के साधु संतों से भी मुलाकात करेंगे। बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 फरवरी को स्नान करने पहुंचेंगी। और उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ 1 फरवरी को मकाकुम्भ में डुबकी लगाएंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम तय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को सुबह 11 बजे बमरौली एयरपोर्ट उतरेंगे। जहां यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल उनका स्वागत करेंगी। फिर यहां से पीएम मोदी अरैल डीपीसी हेलीपैड आयेंगे। गंगा स्नान करने के लिए निषादराज क्रूज से आयेंगे। जहां गंगा स्नान के बाद पूजन करेंगे। इसके सेक्टर 6 में लगाए गए स्टेट पवेलियन का अवलोकन करेंगे। यहीं से पीएम मोदी नेत्र कुंभ भी जायेंगे। जहां महाकुंभ के कार्यों को देखेंगे। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी अक्षयवट और हनुमान मंदिर के दर्शन कर पूजा अर्चना भी करेंगे। इस बीच उनके साथ पूरे दौरे में योगी आदित्यनाथ साथ रहेंगे। बता दें कि साल 2019 में अर्ध कुंभ के दौरान पीएम मोदी प्रयागराज दौरे पर गए थे। जहां उन्होंने गंगा स्नान किया था।
वीआईपी कल्चर को कैसे दुरस्त करेगा प्रशासन
महाकुंभ मेले में बीते दिनों हुई भगदड़ में लगभग 30 लोगों ने अपनी जान गवाई थी। वहीं 100 से अधिक घायल हुए थे। मेले में पीड़ितों के परिवार ने वीआईपी कल्चर को लेकर सरकार और प्रशासन को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा था कि प्रशासन सिर्फ वीआईपी लोगों की जी हुजूरी करने में लगा हुआ है। ऐसे में अब वीआईपी मूवमेंट को लेकर सवाल उठ रहे है। क्योंकि एक फरवरी से 10 फरवरी तक पीएम, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति महाकुंभ में स्नान करने पहुंच रहें है। ऐसे में प्रशासन के पास अधिक चुनौती रहेगी। लेकिन ऐसे में आम आदमी की सुरक्षा की जिम्मेदारी कैसे होगी। दरअसल इस भव्य आयोजन में रोजाना कोई ना कोई वीआईपी स्नान के लिए महाकुंभ पहुंच रहा है। अखिलेश यादव से लेकर योगी आदित्यनाथ, ग्रह मंत्री अमित शाह की आवभगत में प्रशासन लगा रहा। आम जनता ने नेताओ के दौरे को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। रास्ता रोके जाने से लेकर और पुल बंद करने तक से श्रद्धालु नाराज है।
कैसे हुआ था महाकुंभ मेला हादसा
मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में हुए दर्दनाक हादसे के बाद से अभी भी बहुत से ऐसे परिजन है। जिनके अपने परिवार के लोगों का कुछ पता नहीं चल सका है। पोस्टमार्टम हाउस में भी उचित जानकारी नहीं मिल रही। प्रशासन परिजनों को सिर्फ आश्वासन दे रहा है। सरकार ने मुआवजे का एलान किया जरूर है लेकिन परिजनों को उनके साथी और अपने चाहिए । उस रात हुए हादसे के बारे में मेला अधिकारी ने बताया कि रात 2 बजे श्रद्धालु शुभ मुहूर्त की प्रतीक्षा कर रहे थे। इसके बाद प्रशासन की तरफ से अपील की गई। भीड़ बढ़ रही है। स्नान करते जाइए। इसके बाद अफरा तफरी मच गई। और देखते ही देखते हादसा हो गया
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