Jharkhand Politics: सीता सोरेन की ‘घर वापसी’ पर सस्पेंस! JMM में फिर से शामिल होंगी या नहीं?
झारखंड की राजनीति में सीता सोरेन की झामुमो में वापसी को लेकर चर्चाएं तेज हैं, लेकिन विधायक बसंत सोरेन ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। क्या 2 फरवरी को बड़ा राजनीतिक उलटफेर होगा? पढ़ें पूरी खबर।
झारखंड की राजनीति में इन दिनों एक सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है—क्या बीजेपी नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की पूर्व महासचिव सीता सोरेन फिर से अपनी पुरानी पार्टी में लौटेंगी? 2 फरवरी को होने वाले झामुमो के वार्षिक महाजुटान कार्यक्रम में उनकी वापसी की अटकलें तेज हो गई हैं। लेकिन इस बीच झामुमो विधायक बसंत सोरेन ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है।
बसंत सोरेन ने किया ‘घर वापसी’ की अटकलों का खंडन
जब बसंत सोरेन से सीता सोरेन की संभावित वापसी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कहा,
"इस बारे में न तो पार्टी ने उनसे कोई बातचीत की है और न ही उन्होंने झामुमो से संपर्क किया है।"
बसंत सोरेन के बयान से यह साफ है कि फिलहाल पार्टी स्तर पर ऐसा कोई निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं फिर भी जारी हैं।
झामुमो के महाजुटान में होंगी बड़ी घोषणाएं?
2 फरवरी को झारखंड मुक्ति मोर्चा उपराजधानी दुमका में ‘झारखंड दिवस’ मनाने जा रहा है। इस कार्यक्रम में पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन, कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और कई दिग्गज नेता शामिल होंगे।
???? क्या इस मंच पर कोई बड़ी राजनीतिक घोषणा होगी?
???? क्या सीता सोरेन इस कार्यक्रम में आकर सबको चौंकाएंगी?
क्यों उठी ‘घर वापसी’ की चर्चा?
✅ लोकसभा चुनाव से पहले JMM से BJP में गई थीं सीता सोरेन
✅ BJP ने उन्हें पहले दुमका से लोकसभा और फिर जामताड़ा से विधानसभा चुनाव लड़ाया
✅ दोनों चुनावों में मिली हार
✅ राजनीतिक भविष्य को लेकर असमंजस
क्या सीता सोरेन अब फिर से झामुमो में लौटकर अपने राजनीतिक करियर को नया मोड़ देना चाहती हैं? सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी में उन्हें वह भूमिका नहीं मिली जिसकी उन्हें उम्मीद थी, और यही वजह है कि अब वह ‘घर वापसी’ की संभावनाओं को तलाश रही हैं।
क्या JMM फिर से अपनाएगा सीता सोरेन को?
हालांकि झामुमो के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी में वापसी के लिए कोई भी नेता पहले नेतृत्व से संपर्क करता है, लेकिन सीता सोरेन ने अब तक ऐसा नहीं किया।
???? अगर वह झामुमो में लौटती हैं तो क्या उन्हें कोई महत्वपूर्ण भूमिका मिलेगी?
???? क्या झामुमो नेतृत्व उनके खिलाफ पूर्व में लिए गए फैसलों को पलटेगा?
???? क्या यह महज अफवाह है या कोई बड़ा राजनीतिक दांव?
राजनीति में कुछ भी संभव है!
झारखंड की राजनीति में पल-पल बदलाव होते रहते हैं। बसंत सोरेन के बयान से भले ही अटकलों को विराम मिलता दिख रहा हो, लेकिन राजनीति में 'कुछ भी असंभव नहीं'। अब सबकी नजरें 2 फरवरी के झामुमो महाजुटान पर टिकी हैं।
क्या सीता सोरेन चौंकाने वाली ‘पॉलिटिकल मूव’ करेंगी? या फिर यह सिर्फ कयासबाजी है? जवाब जल्द ही मिल जाएगा!
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