Sakchi Arrest: फरार दबोचा, मस्जिद के पास घेराबंदी, 10 दिनों से पुलिस को छका रहा शातिर स्मोलू अब सलाखों के पीछे
जमशेदपुर की साकची पुलिस ने 13 दिसंबर को हुई मारपीट के मामले में फरार चल रहे कुख्यात आरोपी मोहम्मद कैफ उर्फ स्मोलू को जामा मस्जिद तिलजुवा रोड के पास से गिरफ्तार कर लिया है। ठिकाने बदल-बदल कर पुलिस की आँखों में धूल झोंकने वाले इस अपराधी की गिरफ्तारी और साकची पुलिस के गुप्त मिशन की पूरी सनसनीखेज हकीकत यहाँ दी गई है।
जमशेदपुर, 23 दिसंबर 2025 – लौहनगरी के व्यस्ततम व्यापारिक केंद्र साकची में पुलिस ने कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वाले एक फरार अपराधी को धर दबोचा है। साकची थाना क्षेत्र में पिछले 10 दिनों से लुका-छिपी का खेल खेल रहे मारपीट के आरोपी मो. कैफ उर्फ स्मोलू (22 वर्ष) को पुलिस ने एक बेहद सटीक और गुप्त ऑपरेशन के तहत गिरफ्तार किया। जामा मस्जिद तिलजुवा रोड के पास हुई इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि अपराधी चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो, वह कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकता।
इतिहास: साकची की जामा मस्जिद और तिलजुवा रोड का सामरिक महत्व
ऐतिहासिक रूप से साकची जमशेदपुर का दिल रहा है। 1908 के बाद जब टाटा स्टील की नींव पड़ी, तो साकची मुख्य बाजार के रूप में उभरा। यहाँ स्थित जामा मस्जिद और तिलजुवा रोड का इलाका शहर के सबसे पुराने और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है। संकरी गलियों और भीड़भाड़ के कारण यह क्षेत्र अक्सर अपराधियों के लिए छिपने का एक 'सेफ हेवन' माना जाता रहा है। पिछले कुछ दशकों में साकची पुलिस के लिए इन गलियों में सर्च ऑपरेशन चलाना एक बड़ी चुनौती रही है। एएसआई कामता प्रसाद सिंह द्वारा अंजाम दिया गया यह ताजा ऑपरेशन इसी ऐतिहासिक चुनौती को मात देने जैसा है।
13 दिसंबर की वो घटना और स्मोलू की फरारी
मामले की शुरुआत 13 दिसंबर को हुई थी, जब साकची थाना क्षेत्र में मारपीट की एक हिंसक वारदात को अंजाम दिया गया था।
-
प्राथमिकी दर्ज: पीड़ित पक्ष की शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया।
-
शातिर चाल: मुख्य आरोपी मोहम्मद कैफ उर्फ स्मोलू को जैसे ही भनक लगी कि पुलिस उसके पीछे है, उसने शहर छोड़ दिया।
-
लोकेशन बदलना: गिरफ्तारी से बचने के लिए स्मोलू लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। पुलिस की टीमें उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थीं, लेकिन वह हर बार चकमा देने में सफल रहता था।
गुप्त सूचना और सर्जिकल स्ट्राइक: एएसआई कामता प्रसाद का मिशन
मंगलवार की सुबह साकची थाना में पदस्थापित एएसआई कामता प्रसाद सिंह को एक पुख्ता गुप्त सूचना मिली। मुखबिर ने बताया कि स्मोलू अपनी फरारी काटकर चुपके से अपने घर लौटा है।
-
टीम का गठन: सूचना मिलते ही बिना समय गंवाए एक विशेष टीम तैयार की गई।
-
घेराबंदी: पुलिस ने जामा मस्जिद तिलजुवा रोड के पास मोर्चा संभाला। जैसे ही आरोपी घर से बाहर निकला, पहले से तैनात सादे लिबास में पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया।
-
कबूलनामा: थाने लाने के बाद हुई पूछताछ में स्मोलू ने 13 दिसंबर की मारपीट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
गिरफ्तारी का संक्षिप्त विवरण (Case Snapshot)
| विवरण | जानकारी |
| आरोपी का नाम | मो. कैफ उर्फ स्मोलू (22 वर्ष) |
| मामला | मारपीट और कानून-व्यवस्था भंग करना |
| गिरफ्तारी स्थल | जामा मस्जिद तिलजुवा रोड, साकची |
| घटना की तारीख | 13 दिसंबर 2025 |
| वर्तमान स्थिति | न्यायिक हिरासत (जेल) भेजा गया |
पुलिस का सख्त संदेश: बख्शे नहीं जाएंगे अपराधी
साकची पुलिस ने इस गिरफ्तारी के साथ ही अपराधियों के बीच हड़कंप मचा दिया है। थाना प्रभारी ने स्पष्ट कहा है कि क्षेत्र में शांति भंग करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। फरार चल रहे अन्य छोटे-बड़े अपराधियों की सूची भी तैयार कर ली गई है। पुलिस ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या फरार आरोपी की सूचना तुरंत 'डायल 100' या साकची थाने के नंबर पर दें।
साकची ने ली राहत की सांस
स्मोलू की गिरफ्तारी के बाद साकची के व्यापारियों और आम लोगों ने राहत की सांस ली है। कानून की इस जीत ने एक बार फिर साबित किया है कि जमशेदपुर पुलिस अपराध मुक्त शहर बनाने के अपने संकल्प पर अडिग है। अब देखना यह है कि न्यायालय स्मोलू को उसके किए की क्या सजा देता है।
What's Your Reaction?


