Potka Saraswati Puja: पोटका के तारा पब्लिक स्कूल में धूमधाम से मनाई गई सरस्वती पूजा, बच्चों और शिक्षकों का जोश!
पोटका स्थित तारा पब्लिक स्कूल में पूरे हर्षोल्लास के साथ सरस्वती पूजा का आयोजन हुआ, जिसमें बच्चों और शिक्षकों ने देवी सरस्वती की पूजा अर्चना की। जानिए इस धार्मिक आयोजन की पूरी कहानी।
पोटका स्थित तारा पब्लिक स्कूल में हरिवंश नगर हाता के प्रांगण में इस बार बसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजा का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ यह धार्मिक आयोजन पूरे विद्यालय परिसर में एक भक्ति और उल्लास का माहौल बना गया।
पूजा का आयोजन और श्रद्धा का प्रदर्शन
सरस्वती पूजा की शुरुआत ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा से हुई, जहां सभी ने श्रद्धा भाव से मां को पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर बच्चों और शिक्षिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना गाए गए, जिससे पूरे वातावरण में भक्ति की लहर दौड़ गई। पूजा के बाद, सभी उपस्थित लोगों के बीच प्रसाद वितरित किया गया, जिससे सभी को देवी सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और उत्सव का माहौल
इस पूजा के आयोजन में स्कूल के सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं और विद्यार्थी सक्रिय रूप से शामिल हुए। इस दिन को यादगार बनाने के लिए विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। छात्रों ने अपनी प्रस्तुति से इस दिन को और भी खास बना दिया।
प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस पूजा के अवसर पर कई प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया। इनमें स्कूल के सलाहकार डॉ. अरविन्द कुमार लाल, डायरेक्टर पूनम लाल, प्राचार्य कमलेश मिश्र, और अन्य शिक्षकगण जैसे अंबुज प्रमाणिक, संगीता सरदार, संगीता पाल, नमिता सरदार, सुषमा भकत, शिल्पा बारिक, वर्षा मिश्रा, पानमुनी भुमिज, मनीषा नामता, निकीता गोप, झुनू राणा, मिहिर गोप, अर्जुन झा, दुर्गा प्रसाद दास, जस्मीन मुर्मू, और दुलमी हांसदा के साथ विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं भी मौजूद थे। इन सभी की उपस्थिति से आयोजन और भी भव्य और उल्लासपूर्ण बन गया।
सरस्वती पूजा का ऐतिहासिक महत्व
सरस्वती पूजा को लेकर भारतीय संस्कृति में विशेष मान्यता है। यह पूजा खासकर शिक्षा, ज्ञान, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित होती है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती का प्रकट्य हुआ था और इस दिन को विशेष रूप से विद्यार्थियों के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन, छात्रों के शिक्षा के क्षेत्र में सफलता और ज्ञान की प्राप्ति की कामना की जाती है।
विद्यालय का योगदान और छात्राओं की सक्रियता
तारा पब्लिक स्कूल ने विद्यार्थियों को ज्ञान और सांस्कृतिक समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। शिक्षकों की सहभागिता और विद्यार्थियों की जागरूकता ने इस पूजा को एक समर्पित धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बना दिया। विद्यालय ने भक्ति के साथ-साथ शिक्षा की भी महत्ता को समझा और इसे पूजा के आयोजन में समाहित किया।
तारा पब्लिक स्कूल के इस आयोजन ने यह साबित किया कि धार्मिकता और संस्कृति के साथ शिक्षा का एकात्म होता है। सरस्वती पूजा का आयोजन न केवल एक धार्मिक अवसर था, बल्कि यह विद्यार्थियों को शिक्षा और ज्ञान के प्रति समर्पण और श्रद्धा की भावना भी प्रदान करता है। इस दिन ने विद्यालय के हर छात्र और शिक्षक के जीवन में नए आयाम की शुरुआत की, और यह आयोजन वर्षों तक याद रखा जाएगा।
What's Your Reaction?