Jamshedpur Protest: कांग्रेस नेता आफ़ताब अहमद का अनोखा प्रदर्शन, सिर पर कचरे की टोकरी लेकर जताया विरोध
जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में सफाई व्यवस्था की समस्या पर कांग्रेस नेता आफ़ताब अहमद सिद्दीकी ने सिर पर कचरे की टोकरी लेकर अनोखा प्रदर्शन किया। जानें उनकी चेतावनी और प्रशासन की चुप्पी पर सवाल।
जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में सफाई व्यवस्था की दुर्दशा को लेकर कांग्रेस नेता आफ़ताब अहमद सिद्दीकी ने बेहद अनोखा और प्रभावशाली प्रदर्शन किया। वे अपने सिर पर कचरे से भरी टोकरी लेकर सड़कों पर पैदल चलते नजर आए। उनका यह विरोध-प्रदर्शन इलाके में कचरे की समस्या और प्रशासन की अनदेखी पर केंद्रित था।
16 दिनों से सड़कों पर कचरे का ढेर
मानगो क्षेत्र के नागरिक पिछले 16 दिनों से कचरे की दुर्गंध और गंदगी से परेशान हैं। इलाके की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है, और अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। आफ़ताब अहमद ने इस समस्या को उजागर करने और प्रशासन का ध्यान खींचने के लिए यह अनोखा तरीका अपनाया। वे कचरे की टोकरी सिर पर रखकर मानगो से जिला मुख्यालय तक लगभग 5 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए पहुंचे।
जिला मुख्यालय के बाहर धरना
जिला मुख्यालय पहुंचने के बाद आफ़ताब अहमद सिद्दीकी ने वहां प्रदर्शन किया और प्रशासन को घेरते हुए तीखे सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "मानगो के नागरिक गंदगी और बदबू में रहने को मजबूर हैं। 16 दिनों से कचरा उठाव बंद है, लेकिन प्रशासन और क्षेत्र के नवनिर्वाचित विधायक इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। यह जनता के साथ अन्याय है।"
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द कचरे का निपटारा नहीं किया गया, तो वे आमरण अनशन पर बैठने से पीछे नहीं हटेंगे।
जनता के आक्रोश की आवाज
आफ़ताब अहमद का यह विरोध प्रदर्शन केवल एक राजनेता का कदम नहीं था, बल्कि यह क्षेत्र के नागरिकों की सामूहिक आवाज को प्रदर्शित करता है। मानगो के निवासी सफाई की समस्या से इतने त्रस्त हो चुके हैं कि वे भी इस प्रदर्शन को अपना समर्थन देने के लिए आगे आए।
क्या है मानगो की सफाई व्यवस्था की कहानी?
मानगो क्षेत्र जमशेदपुर के प्रमुख हिस्सों में से एक है, लेकिन सफाई व्यवस्था की समस्या कोई नई बात नहीं है। अतीत में भी यहां कचरा निपटान को लेकर कई बार विवाद हुआ है। यह क्षेत्र झारखंड के अन्य इलाकों की तुलना में अधिक जनसंख्या घनत्व वाला है, और नियमित कचरा प्रबंधन न होने की वजह से यह समस्या गंभीर हो जाती है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
आफ़ताब अहमद ने प्रशासन और क्षेत्र के विधायक की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "यह पहली बार नहीं है जब मानगो के लोग इस तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। प्रशासन केवल चुनावों के दौरान सक्रिय दिखता है और फिर जनता की समस्याओं की अनदेखी करता है।"
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि कचरा प्रबंधन के लिए एक स्थायी और प्रभावी समाधान खोजने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की समस्या न हो।
प्रदर्शन का असर
आफ़ताब अहमद के इस अनोखे प्रदर्शन ने न केवल प्रशासन को सोचने पर मजबूर किया है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है। इस प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिससे यह मुद्दा राज्य स्तर पर चर्चा में आ गया है।
आगे क्या?
आफ़ताब अहमद की चेतावनी के बाद अब देखना यह है कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है। क्या कचरे का निपटारा जल्द होगा, या फिर जमशेदपुर एक बड़े आंदोलन का गवाह बनेगा? इस मुद्दे ने साफ कर दिया है कि जनता अपनी समस्याओं को अनदेखा करने वाले नेताओं और प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाने से पीछे नहीं हटेगी।
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