Jamshedpur Fire: घर में अचानक लगी आग, घंटों मशक्कत के बाद बुझी, जानें पूरा मामला
जमशेदपुर के दाईगुट्टू में घर में अचानक लगी आग से कीमती सामान जलकर राख हो गया। फायर ब्रिगेड ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जानें पूरी खबर।

जमशेदपुर के मानगो थाना अंतर्गत दाईगुट्टू इलाके में मंगलवार देर शाम अचानक आग लगने से अफरातफरी मच गई। सुभाष तिवारी के घर में पूजा के दौरान जल रहे दीपक से लगी आग ने तेजी से पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते आग किचन तक पहुंच गई, जिससे घर का कीमती सामान जलकर राख हो गया। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
कैसे लगी आग?
जानकारी के मुताबिक, सुभाष तिवारी के घर के पूजा रूम में जल रहे दीये से आग लग गई। घर में लकड़ी और अन्य ज्वलनशील सामान होने की वजह से आग तेजी से फैलती चली गई। जैसे ही आग ने रसोई को अपनी चपेट में लिया, वहां मौजूद गैस सिलेंडर के कारण खतरा और भी बढ़ गया। आसपास के लोगों ने आग बुझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि कोई भी सफल नहीं हो सका।
स्थानीय लोगों में मचा हड़कंप
आग लगते ही पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया। लोग बाल्टियों में पानी भर-भरकर आग बुझाने की कोशिश करने लगे, लेकिन आग लगातार बढ़ती जा रही थी। कुछ देर बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
फायर ब्रिगेड की कड़ी मशक्कत
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया। आग इतनी भयानक थी कि दमकल कर्मियों को घंटों कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पानी की तेज बौछारों से आखिरकार आग पर नियंत्रण पा लिया गया।
आगजनी में क्या-क्या हुआ नुकसान?
हालांकि, इस अगलगी में किसी भी इंसान को कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन घर का काफी सामान जलकर राख हो गया। पूजा सामग्री, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कपड़े पूरी तरह से नष्ट हो गए। प्रशासन द्वारा अभी नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
क्या ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है?
हर साल देशभर में इस तरह की आग की घटनाएं सामने आती हैं, जिनमें ज्यादातर कारण लापरवाही होती है। नेशनल फायर सेफ्टी रिपोर्ट के अनुसार, भारत में घरेलू आगजनी के 40% मामले पूजा स्थलों या रसोई से शुरू होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि घर में दीपक या कैंडल जलाने के बाद उन्हें सुरक्षित जगह पर रखना चाहिए और सोने से पहले इन्हें बुझा देना चाहिए।
फायर सेफ्टी को लेकर क्या कहते हैं नियम?
सरकार और अग्निशमन विभाग द्वारा लगातार फायर सेफ्टी को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं। हालांकि, अधिकतर लोग इन नियमों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिसका नतीजा आगजनी की घटनाओं के रूप में सामने आता है।
क्या प्रशासन उठाएगा ठोस कदम?
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में अग्निशमन सेवाएं तेजी से नहीं पहुंचती हैं, जिससे नुकसान ज्यादा हो जाता है। अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस मामले में कोई ठोस कदम उठाएगा या फिर यह घटना भी सिर्फ एक आंकड़ा बनकर रह जाएगी?
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