जमशेदपुर में डेंगू का कहर: 9617 घरों में मिला डेंगू का लार्वा, 60 से अधिक लोग पॉजिटिव, घरवालों पर लगेगा जुर्माना
जमशेदपुर में डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है। अब तक 9617 घरों में डेंगू का लार्वा मिला है और 60 से अधिक लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया है और जागरूकता अभियान को बढ़ावा दिया है।
जमशेदपुर में डेंगू का प्रसार तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। अब तक शहर में 60 से अधिक लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमें से 42 मामले केवल पूर्वी सिंहभूम जिले से हैं। डेंगू के इस खतरे से निपटने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने समाहरणालय सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि और टाटा स्टील यूआइएसएल के अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।
डेंगू जांच अभियान के तहत जिले में अब तक 2,26,061 घरों की जांच की गई, जिसमें 9,617 घरों में डेंगू के लार्वा पाए गए। लार्वा मिलने वाले घरों पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए 50,000 रुपये से अधिक का जुर्माना भी वसूला है। उपायुक्त ने डेंगू टास्क फोर्स को निर्देश दिया कि वे सितंबर माह में और भी सतर्क रहकर इस अभियान को अंजाम दें।
उपायुक्त ने नगर निकाय, टाटा स्टील यूआइएसएल और डेंगू टास्क फोर्स को निर्देश दिया कि जहां भी लार्वा मिले, वहां के घर मालिकों पर अनिवार्य रूप से जुर्माना लगाया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि डेंगू की रोकथाम में जनसहभागिता महत्वपूर्ण है, और इसके लिए सूचना और संचार एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
डेंगू से लड़ने के लिए जागरूकता अभियान को और भी व्यापक बनाने पर बल दिया गया। नगर निकायों को कचरा उठाने वाले वाहनों के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने और माइकिंग कराने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही, साफ-सफाई के लिए विशेष उपाय जैसे नालियों की नियमित सफाई, एंटी-लार्वा का छिड़काव आदि करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
डेंगू से पीड़ित मरीजों के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड और डेडिकेटेड टीम की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। वर्तमान में जिले में तीन डेंगू पीड़ित आईसीयू में भर्ती हैं, जिनकी हालत स्थिर बताई गई है।
उपायुक्त ने युवाओं से अपील की है कि वे खुद भी जागरूक हों और अन्य लोगों को भी डेंगू के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि हमेशा मच्छरदानी के अंदर सोएं, घर के अंदर या आसपास पुराने टायर, बर्तन, फूलदान आदि में पानी जमा न होने दें। तेज बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द के लक्षणों को अनदेखा न करें और तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं और चिकित्सक से परामर्श लें।
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