Jamshedpur Crime Control: नशा मुक्ति अभियान को लेकर क्राइम कंट्रोल संघ की बैठक, सामाजिक बदलाव की ओर एक कदम
कोल्हान प्रमंडल क्राइम कंट्रोल और मानव अधिकार संघ ने जमशेदपुर में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान शुरू किया। जानें इस सामाजिक पहल के बारे में।
जमशेदपुर के बिष्टुपुर में हाल ही में कोल्हान प्रमंडल क्राइम कंट्रोल और मानव अधिकार संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में संघ के अध्यक्ष सुनील गुप्ता के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनसे समाज में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान और अन्य सामाजिक मुद्दों पर गहरी चर्चा हुई। इस बैठक को लेकर न केवल संघ के सदस्य, बल्कि शहरवासियों में भी खासा उत्साह देखा गया।
बैठक का उद्देश्य: समाज में सुधार लाना
बैठक में सर्वप्रथम कोल्हान प्रमंडल क्राइम कंट्रोल और मानव अधिकार संघ की प्राथमिक समिति की घोषणा की गई, जिसके बाद सभी पदाधिकारियों ने एक-दूसरे से परिचय कराया। इस दौरान संगठन के उद्देश्य और कार्यों को लेकर सभी ने अपने विचार साझा किए। अध्यक्ष सुनील गुप्ता ने संघ के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और सभी पदाधिकारियों से ईमानदारी से जिम्मेदारी निभाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि संघ का मुख्य उद्देश्य समाज में अपराध नियंत्रण के साथ-साथ मानव अधिकारों का संरक्षण करना है। इसके अलावा, समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों और अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
नशा मुक्ति जागरूकता अभियान का शुभारंभ
बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया, जिसके तहत कोल्हान प्रमंडल के प्रत्येक क्षेत्र में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया गया। इस अभियान का उद्देश्य न केवल नशे के प्रभाव से बचाव करना है, बल्कि इसके प्रति लोगों को जागरूक करना है। आजकल नशा एक गंभीर समस्या बन चुका है, खासकर युवाओं में इसका प्रचलन बढ़ता जा रहा है।
संघ ने यह सुनिश्चित किया है कि इस अभियान के माध्यम से नशे की लत से ग्रसित लोगों की मदद की जाएगी और उन्हें जीवन में एक नई दिशा देने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा, यह अभियान समुदाय के सभी वर्गों तक पहुंचने की योजना बनाएगा, ताकि समाज में हर स्तर पर नशा मुक्ति की दिशा में बदलाव आ सके।
घरेलू हिंसा और मानसिक प्रताड़ना के खिलाफ संघर्ष
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि संघ घरेलू हिंसा से पीड़ित, शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित जरूरतमंद लोगों के लिए मदद प्रदान करेगा। समाज में घर की चार दीवारी के अंदर होने वाली हिंसा और मानसिक तनाव को लेकर भी जागरूकता अभियान चलाए जाएगा। संघ के पदाधिकारी मानते हैं कि इस प्रकार की समस्याएं केवल महिला अधिकारों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज के हर वर्ग से जुड़े हुए हैं।
संघ का यह कदम निश्चित रूप से समाज में बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा, क्योंकि घरेलू हिंसा और मानसिक प्रताड़ना के खिलाफ आवाज उठाना आवश्यक है। समाज में इस प्रकार की समस्याओं को हल करने के लिए एक संगठित और सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है, जिसे संघ ने अपनी प्राथमिकता बनाते हुए इस पर काम करने का निर्णय लिया है।
संघ का समर्पण: बदलाव की ओर एक कदम
इस बैठक में कई प्रमुख सदस्य उपस्थित थे, जिनमें संघ के अध्यक्ष सुनील गुप्ता, चैयरमैन मंदीप सिंह, सरायकेला खरसावां के अध्यक्ष नरेश कुमार सिंह, उपाध्यक्ष हर्ष सिंह, सचिव महावीर साह, मंत्री सनी सिंह, उप संगठन सत्यप्रीत सिंह, शैलेश कुमार अग्रवाल, प्रचार मंत्री सुनील गुप्ता, जांच मंत्री संजय कुमार अग्रवाल, प्रवक्ता किरण देवी, सदस्य पूनम देवी, कोषाध्यक्ष रेणु कुमारी, कानूनी सलाहकार रंजीत शर्मा आदि प्रमुख थे।
बैठक में सभी ने अपने-अपने दृष्टिकोण और विचार साझा किए, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि इस संघ का उद्देश्य समाज में सुधार लाना और लोगों को उनके अधिकार दिलाना है। संघ का समर्पण और उनके द्वारा उठाए गए कदम समाज में एक सकारात्मक बदलाव की ओर संकेत कर रहे हैं।
आगे की रणनीति: एक मजबूत समाज की ओर
बैठक के दौरान यह भी तय किया गया कि आने वाले समय में इस अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम, सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित किए जाएंगे, ताकि समाज में और अधिक जागरूकता फैल सके। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जरूरतमंदों को न केवल जानकारी मिले, बल्कि उन्हें तत्काल सहायता भी मिल सके।
यह कदम न केवल नशे के खिलाफ संघर्ष है, बल्कि यह उन मुद्दों को भी सामने लाता है, जो समाज में अक्सर अनदेखे रह जाते हैं। अगर यह अभियान सफल होता है, तो यह समाज में एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बन सकता है।
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