Jamshedpur Accident: तेज रफ्तार बनी कहर, दो बाइक की जबरदस्त टक्कर से मची चीख-पुकार!
जमशेदपुर के टाटा-हाता मार्ग पर मंगलवार रात दो बाइक की जबरदस्त टक्कर से तीन युवक गंभीर रूप से घायल। जानिए हादसे की पूरी कहानी, हादसों का इतिहास और सड़क सुरक्षा के जरूरी उपाय।

जमशेदपुर का टाटा-हाता मार्ग एक बार फिर तेज़ रफ्तार के कहर का गवाह बना। मंगलवार देर रात सुंदरनगर थाना क्षेत्र में दो बाइकों के बीच आमने-सामने भीषण टक्कर हो गई। हादसे में तीन युवक बुरी तरह घायल हो गए और सड़क पर दूर तक फेंके गए।
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सुंदरनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों को गंभीर हालत में एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
कैसे हुआ हादसा? चश्मदीदों ने बताई पूरी घटना
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों बाइक बहुत तेज़ रफ्तार में थीं, और सवारों ने हेलमेट भी नहीं पहन रखा था। एक बाइक पर दो युवक सवार थे, जबकि दूसरी बाइक पर एक युवक अकेला था। अचानक हुए इस टक्कर में तीनों युवक सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों की पहचान परसुडीह थाना क्षेत्र के सरजामदा निवासी शंकर सामद और पोटका के करण किस्कू के रूप में हुई है। तीसरे युवक की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।
क्या यह मार्ग बन चुका है 'डेथ ट्रैक'? जानिए इसका काला इतिहास
टाटा-हाता मार्ग को जमशेदपुर के सबसे खतरनाक सड़कों में गिना जाता है। यह मार्ग औद्योगिक क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, जहां दिन-रात भारी वाहनों और तेज रफ्तार बाइकों का आवागमन बना रहता है।
2019: इसी मार्ग पर ट्रक और बाइक की टक्कर में दो युवकों की मौत हो गई थी।
2021: ओवरस्पीडिंग के कारण एक बस और बाइक भिड़ंत में एक व्यक्ति की जान चली गई थी।
2023: एक स्कूटी सवार तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गया और घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
इतिहास गवाह है कि इस सड़क पर हर साल दर्जनों हादसे होते हैं, लेकिन अधिकारियों की अनदेखी और यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले चालक इन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
क्यों होते हैं ऐसे हादसे? ये हैं 5 बड़े कारण
तेज रफ्तार: इस मार्ग पर वाहन चालक हमेशा तेज़ रफ्तार में चलते हैं, जिससे संतुलन बिगड़ जाता है।
यातायात नियमों की अनदेखी: हेलमेट न पहनना, गलत दिशा में गाड़ी चलाना और ट्रैफिक सिग्नल का पालन न करना।
अंधे मोड़: इस सड़क पर कई मोड़ ऐसे हैं जहां सामने से आने वाले वाहन दिखाई नहीं देते।
खराब स्ट्रीट लाइटिंग: रात में कई जगहों पर अंधेरा रहता है, जिससे हादसों की संभावना बढ़ जाती है।
नशे में ड्राइविंग: कई युवा नशे की हालत में बाइक चलाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ जाती है।
सरकार और पुलिस कब जागेगी? ट्रैफिक कंट्रोल के लिए जरूरी कदम
बढ़ते हादसों को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन को कुछ कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
स्पीड ब्रेकर और कैमरे लगाना: स्पीड लिमिट कंट्रोल करने के लिए सड़कों पर कैमरे और ब्रेकर लगाने होंगे।
हेलमेट चेकिंग अभियान: बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों पर भारी जुर्माना लगाना चाहिए।
सड़क सुरक्षा अभियान: युवाओं को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना बेहद जरूरी है।
सख्त ट्रैफिक पेट्रोलिंग: रात में गश्त बढ़ाई जाए ताकि तेज़ रफ्तार पर रोक लगाई जा सके।
घायलों की हालत गंभीर, क्या होगी कानूनी कार्रवाई?
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। सुंदरनगर थाना पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास के लोगों से पूछताछ की।
अगर हादसे में लापरवाही या किसी अन्य गैर-कानूनी गतिविधि का मामला सामने आता है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
युवाओं को चेतावनी: सड़क सुरक्षा से खिलवाड़ मत कीजिए!
तेज रफ्तार का रोमांच कुछ सेकंड का होता है, लेकिन एक गलती आपकी जिंदगी और परिवार को हमेशा के लिए बर्बाद कर सकती है।
बिना हेलमेट बाइक चलाना मौत को दावत देने जैसा है।
अगर आप सड़क पर हैं, तो यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित रहें।
क्या आप इस तरह के हादसों को रोकने के लिए प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग करते हैं? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं!
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