दुर्गा पूजा 2024: जमशेदपुर समिति से की गरीबों की मदद की अपील, शांति और सद्भाव से मनाएं पर्व!
जमशेदपुर दुर्गा पूजा केंद्रीय समिति की बैठक में दुर्गा पूजा के शांतिपूर्ण आयोजन और गरीबों की मदद की अपील। सभी सदस्यों ने समाज में एकता और भाईचारे के महत्व पर जोर दिया।
जमशेदपुर, 31 अगस्त 2024: आगामी दुर्गा पूजा के मद्देनजर, जमशेदपुर दुर्गा पूजा केंद्रीय समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक सिद्धगोरा टाउन हॉल में आयोजित की गई। इस बैठक में दुर्गा पूजा से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें चर्चा में आईं और सभी सदस्यों ने पूजा को शांति और सद्भावना के साथ मनाने का संकल्प लिया।
बैठक की शुरुआत श्री ओमिओ ओझा द्वारा दुर्गा स्तुति से की गई, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया। इसके बाद समिति के अध्यक्ष अचिंतम गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने आगामी दुर्गा पूजा को लेकर अपनी योजनाओं और सुझावों को प्रस्तुत किया।
अध्यक्ष अचिंतम गुप्ता ने सभी पूजा समितियों से आग्रह किया कि वे इस वर्ष गरीबों की मदद करें। उन्होंने कहा कि हमें उन लोगों की खुशियों का ख्याल रखना चाहिए जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। अगर संभव हो तो उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, ताकि वे भी उत्सव का आनंद ले सकें।
बैठक में मंच संचालन का कार्य आशुतोष ने बखूबी निभाया। मंच पर उपस्थित अन्य गणमान्य सदस्यों में तापस मित्रा, रामबाबू, भूपेंद्र सिंह, नीरज सिंह, अशोक सिन्हा, धर्मेंद्र प्रसाद, परमात्मा मिश्रा, और चमनदीप गिल शामिल थे। सभी ने अपने-अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किए और पूजा को शांतिपूर्ण माहौल में मनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्य अतिथि एसएसपी कौशल किशोर, सिटी एसपी गर्व शाह
बैठक में चर्चा का मुख्य बिंदु यह था कि आने वाले दुर्गा पूजा को कैसे शांति और सद्भाव के साथ मनाया जाए। सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि समाज में भाईचारे और एकता को बनाए रखना सबसे जरूरी है। समिति के सदस्यों ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के इंतजामों पर भी चर्चा की, ताकि पूजा के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।
समिति ने इस वर्ष विशेष तौर पर इस बात का ध्यान रखने का निर्णय लिया कि सभी पूजा पंडालों में स्वच्छता और सुरक्षा के उपायों का पालन हो। इसके अलावा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी सुरक्षित और अनुशासित तरीके से आयोजित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक के अंत में, समिति के अध्यक्ष अचिंतम गुप्ता ने सभी उपस्थित सदस्यों का धन्यवाद किया और इस बात पर जोर दिया कि दुर्गा पूजा केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि समाज में सद्भाव और एकता का प्रतीक भी है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे मिल-जुलकर इस पर्व को मनाएं और समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों की सहायता करें।
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