Gorakhpur से PCS परीक्षा: कड़े सुरक्षा इंतजाम और पहली झलक!

गोरखपुर में आज PCS परीक्षा के लिए 37 केंद्र बनाए गए। जानें परीक्षा का समय, सुरक्षा इंतजाम और इससे जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी।

Dec 22, 2024 - 15:17
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Gorakhpur से PCS परीक्षा: कड़े सुरक्षा इंतजाम और पहली झलक!
Gorakhpur से PCS परीक्षा: कड़े सुरक्षा इंतजाम और पहली झलक!

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश पीसीएस परीक्षा (UPPCS) के महत्व को देखते हुए आज गोरखपुर जिले में 37 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शुरू हुई। सुबह से ही परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों का जमावड़ा देखने को मिला। गहन तलाशी और दस्तावेज़ सत्यापन के बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश दिया गया।

परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जा रही है—पहली पाली सुबह 9:30 से 11:30 और दूसरी पाली दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक होगी। प्रशासन ने परीक्षा को सुचारू और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

क्यों खास है पीसीएस परीक्षा?

उत्तर प्रदेश की पीसीएस परीक्षा (Provincial Civil Services) न केवल प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे की रीढ़ है, बल्कि लाखों छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर भी है।

  • यह परीक्षा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित की जाती है।
  • पीसीएस अधिकारी विभिन्न सरकारी विभागों में प्रशासनिक, वित्तीय, और विधायी भूमिकाएं निभाते हैं।
  • इसे पास करना न केवल एक प्रतिष्ठा की बात है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास का प्रतीक भी।

37 परीक्षा केंद्रों पर क्या खास इंतजाम?

गोरखपुर में इस बार परीक्षा के लिए 37 केंद्र बनाए गए हैं।

  • सुरक्षा व्यवस्था:
    हर केंद्र पर सीसीटीवी कैमरों और पुलिस बल की तैनाती की गई है।
  • तलाशी प्रक्रिया:
    परीक्षार्थियों की गहन तलाशी ली गई और उनके दस्तावेजों का सत्यापन किया गया।
  • नकल-विरोधी अभियान:
    नकल की घटनाओं को रोकने के लिए फ्लाइंग स्क्वॉड टीम तैनात है।

इतिहास की झलक: उत्तर प्रदेश में पीसीएस परीक्षा

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की स्थापना 1937 में हुई थी। तब से यह आयोग प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत बनाने के लिए परीक्षा आयोजित करता आ रहा है।

  • पहले पीसीएस परीक्षा में भाग लेने वालों की संख्या सीमित थी, लेकिन अब यह लाखों में पहुंच गई है।
  • यह परीक्षा राज्य के विकास और शासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारियों का चयन करती है।

परीक्षार्थियों का अनुभव: उम्मीद और चुनौतियां

परीक्षा देने पहुंचे कई छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए।

  • उम्मीद और तैयारी:
    एक परीक्षार्थी ने बताया, "हमने महीनों मेहनत की है और आज वह दिन है जब हमारी तैयारी का असली परीक्षण होगा।"
  • कठिनाई:
    वहीं, कुछ छात्रों ने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में हुई दिक्कतों का जिक्र किया, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संतोष जताया।

PCS परीक्षा की पहली पाली का विश्लेषण

परीक्षा शुरू होने के बाद, विशेषज्ञों ने बताया कि इस बार प्रश्नपत्र में सामान्य अध्ययन और करेंट अफेयर्स को अधिक महत्व दिया गया है।

  • सिलेबस:
    छात्रों को इतिहास, भूगोल, विज्ञान और उत्तर प्रदेश से जुड़े विषयों पर ध्यान देना पड़ा।
  • पिछले साल की तुलना:
    इस बार के प्रश्न कठिनाई स्तर में मध्यम से कठिन रहे।

प्रशासन की तत्परता: निष्पक्षता पर जोर

परीक्षा के दौरान प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि हर छात्र को समान अवसर मिले।

  • परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक सत्यापन और नकल-विरोधी सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है।
  • अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि परीक्षा के दौरान कोई भी अनुचित गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

शिक्षाविदों का मानना है कि इस बार की पीसीएस परीक्षा उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक सुधारों की दिशा में एक और कदम है।

  • यह परीक्षा केवल छात्रों का मूल्यांकन नहीं करती, बल्कि प्रदेश की आर्थिक और सामाजिक नीतियों को भी आकार देती है।

क्यों खास है गोरखपुर में PCS परीक्षा?

गोरखपुर में पीसीएस परीक्षा का सफल आयोजन न केवल जिले के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह इस बात का प्रतीक है कि राज्य प्रशासन परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।