Dumka Accident: दुमका में भीषण सड़क हादसा! तेज रफ्तार बाइक पेड़ से टकराई, दो युवकों की मौके पर मौत
दुमका जिले के रानीश्वर थाना क्षेत्र में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौके पर ही मौत! बाइक की रफ्तार इतनी तेज थी कि टक्कर में गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। जानिए पूरा मामला।

झारखंड के दुमका जिले के रानीश्वर थाना क्षेत्र में शनिवार को हुए भीषण सड़क हादसे में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई, जिससे मौके पर ही दोनों की जान चली गई।
मृतकों की पहचान राजेश हांसदा (28) और चुड़का हेंब्रम (35) के रूप में हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अगर समय रहते उन्हें अस्पताल पहुंचाया जाता, तो शायद उनकी जान बच सकती थी।
कैसे हुआ हादसा?
- राजेश और चुड़का बाइक पर सवार होकर आसनबनी बाजार की ओर जा रहे थे।
- कदमा गांव के पास उनकी बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई और तेज रफ्तार में जाकर सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गई।
- टक्कर इतनी भयानक थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और दोनों युवक सड़क पर गिर पड़े।
- खून से लथपथ दोनों युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों का क्या कहना है?
स्थानीय लोगों के अनुसार, युवक अगर हेलमेट पहने होते और समय पर अस्पताल पहुंचाए जाते, तो उनकी जान बच सकती थी।
एक चश्मदीद ने बताया—
"हमने जब टक्कर की जोरदार आवाज सुनी, तो दौड़कर मौके पर पहुंचे। दोनों युवक खून से लथपथ पड़े थे। तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन जब तक मदद पहुंची, उनकी सांसें थम चुकी थीं।"
दुर्घटनास्थल पर मची अफरा-तफरी
हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को अस्पताल ले गई, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद से इलाके में शोक का माहौल है। गांव वालों का कहना है कि इस सड़क पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन अब तक प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
क्या यही झारखंड की सड़कों की हकीकत है?
दुमका सहित झारखंड के कई हिस्सों में सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
- तेज रफ्तार और लापरवाही हादसों की सबसे बड़ी वजह बन रही है।
- बिना हेलमेट बाइक चलाने की आदत जानलेवा साबित हो रही है।
- सड़कों की खराब हालत और प्रशासन की अनदेखी भी हादसों की संख्या बढ़ा रही है।
झारखंड में सड़क हादसों का काला इतिहास!
झारखंड में सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार:
- 2023 में झारखंड में 5,000 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुईं।
- इनमें से 3,000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई।
- तेज रफ्तार, खराब सड़कें और यातायात नियमों की अनदेखी इन हादसों की बड़ी वजह रही।
सवाल जो उठते हैं...
क्या इस सड़क हादसे को टाला जा सकता था?
क्यों प्रशासन खतरनाक सड़कों की मरम्मत नहीं करवा रहा?
बिना हेलमेट और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों पर सख्ती क्यों नहीं?
अब आगे क्या?
- पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
- परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है।
- प्रशासन से मांग की जा रही है कि इस सड़क को दुरुस्त किया जाए और यहां स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं।
आप क्या सोचते हैं?
क्या सरकार को ट्रैफिक नियमों को और सख्त करने की जरूरत है?
क्या सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए?
क्या तेज रफ्तार और हेलमेट न पहनने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए?
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