Dhanbad Loot: बेटे की शादी के लिए निकाले थे पैसे, मां से दिनदहाड़े एक लाख की लूट!
धनबाद के सिंदरी में एक मां अपने बेटे की शादी के लिए बैंक से एक लाख रुपये निकालकर घर लौट रही थी, तभी बाइक सवार लुटेरे दिनदहाड़े रुपये से भरा थैला छीनकर फरार हो गए। घटना सीसीटीवी में कैद, पुलिस जांच में जुटी।

झारखंड के औद्योगिक शहर धनबाद की सड़कों पर मंगलवार को उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक महिला से दिनदहाड़े एक लाख रुपये की लूट हो गई। यह घटना सिंदरी के केडी कॉलोनी में घटी, जहां बाइक सवार लुटेरे बेहद शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। महिला हीरा देवी अपने बेटे की शादी के लिए बैंक से पैसे निकाल कर घर लौट रही थीं, लेकिन किस्मत ने अचानक ऐसा मोड़ लिया, जिसे वो ताउम्र नहीं भूल पाएंगी।
कहां और कैसे हुआ हमला?
घटना सिंदरी की बैंक ऑफ इंडिया शाखा से शुरू होती है। हीरा देवी ने जैसे ही बैंक से एक लाख रुपये निकाले और थैले में रखकर बाहर निकलीं, बाइक पर सवार दो युवक उनका पीछा करने लगे। केडी कॉलोनी के पास जैसे ही मौका मिला, उन लुटेरों ने अपनी बाइक को महिला के पास लाकर उन्हें जोर का धक्का दिया। सड़क पर गिरती हीरा देवी की आँखों के सामने उनके सपनों की पूंजी थैला बनकर उड़ गई।
बाइक सवार युवक एक ही झटके में थैला लेकर भाग निकले, और हीरा देवी चिल्लाती रह गईं। आवाज सुनकर आसपास के लोग जमा हो गए लेकिन तब तक लुटेरे हवा हो चुके थे।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
सूचना मिलते ही सिंदरी थाना प्रभारी सतीश कुमार महतो मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे और पीड़िता से पूछताछ की। पुलिस ने बैंक और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें बाइक सवार दो संदिग्ध युवकों की तस्वीरें साफ तौर पर नजर आईं। पुलिस का दावा है कि फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान जल्द ही कर ली जाएगी।
मां की मजबूरी, बेटे की शादी
सबसे दिल तोड़ने वाला पहलू यह है कि हीरा देवी अपने बेटे प्रदीप सिंह की शादी के लिए यह रकम निकालने आई थीं। प्रदीप की शादी इसी महीने 20 अप्रैल को होनी है। उनके पिता जग्गु सिंह अब इस दुनिया में नहीं हैं, इसलिए घर की सारी जिम्मेदारी अकेली हीरा देवी निभा रही हैं।
हीरा देवी KD कॉलोनी के आवास संख्या-130 में रहती हैं। उन्होंने बताया कि बैंक के अंदर से ही दो युवक उन पर नजर रख रहे थे। जैसे ही वह बैंक से बाहर निकलीं, उन पर हमला हो गया।
क्या कहती है पुलिस और इलाके का रिकॉर्ड?
धनबाद और विशेष रूप से सिंदरी क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएं नई नहीं हैं। इससे पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जब बैंक से पैसे निकालने के बाद लोगों को निशाना बनाया गया। पुलिस का कहना है कि यह मामला पूर्व नियोजित अपराध प्रतीत होता है, और अपराधी शायद पहले से पीड़िता को ट्रैक कर रहे थे।
धनबाद जिले की अपराध दर पर नजर डालें तो पिछले वर्षों में बैंक और एटीएम से जुड़े लूटपाट के मामलों में वृद्धि देखी गई है। यह घटना एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।
स्थानीय लोगों की मांग: सुरक्षा हो प्राथमिकता
घटना के बाद स्थानीय लोगों में रोष है। लोगों का कहना है कि बैंक से लेकर मुख्य सड़क तक पुलिस की पेट्रोलिंग बहुत कमजोर है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बैंक क्षेत्रों में सीसीटीवी की संख्या बढ़ाई जाए और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष टीमें बनाई जाएं।
एक आम महिला की असुरक्षित जंग
हीरा देवी जैसी महिलाएं, जो अपने दम पर घर चला रही हैं, ऐसी घटनाओं से सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं। उनके लिए एक लाख रुपये सिर्फ रकम नहीं, बल्कि एक सपने की नींव होते हैं। बेटे की शादी के लिए की गई वर्षों की बचत को दिनदहाड़े लूट लिया गया — और अब यह सवाल सिर्फ एक मां का नहीं, पूरे समाज का है कि क्या हम वास्तव में सुरक्षित हैं?
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