Dhanbad: अस्पताल में शव पर चूहों का हमला या बड़ी साजिश? परिजनों का अस्पताल पर गंभीर आरोप
धनबाद के निजी अस्पताल असर्फी में मोर्चरी में रखा शव चूहों ने कुतर डाला, परिजनों ने की साजिश की आशंका, अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप। जानें पूरी घटना।
धनबाद,14 नवंबर 2024:धनबाद की कोयला नगरी से एक ऐसी चौंका देने वाली घटना सामने आई है जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। एक निजी अस्पताल, असर्फी, की मोर्चरी में रखे एक मृतक के शव को चूहों ने बुरी तरह से कुतर दिया। शव को ऐसी स्थिति में देखने के बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और यहां तक कि साजिश की आशंका भी जताई।
सड़क दुर्घटना के बाद अस्पताल में भर्ती, लेकिन मोर्चरी में शव का हाल चौंकाने वाला
मृतक बोधि मंडल, गिरिडीह थाना क्षेत्र के जमुआ निवासी थे, जो हाल ही में एक गंभीर सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे। हादसे के बाद उन्हें धनबाद के असर्फी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई और गुरुवार सुबह परिजन शव लेने के लिए पहुंचे। लेकिन जैसे ही उन्होंने मोर्चरी में शव की हालत देखी, सभी हैरान रह गए। शव के कान, नाक और पैर को चूहों ने कुतर दिया था, जो किसी को भी सोचने पर मजबूर कर देता है कि अस्पताल की मोर्चरी में आखिर यह कैसी लापरवाही है?
साजिश की आशंका, अस्पताल पर गंभीर आरोप
परिजनों का कहना है कि यह घटना महज चूहों का हमला नहीं हो सकती। कुछ परिजनों ने शक जताया कि अस्पताल के अंदर से ही कोई व्यक्ति चूहों का बहाना बनाकर अवैध रूप से शव के अंगों को चोरी कर रहा है। उनका दावा है कि ऑर्गन तस्करी की यह एक गहरी साजिश हो सकती है, जिससे अवैध अंग व्यापार की कड़ियों का खुलासा हो सकता है। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को कटघरे में खड़ा करते हुए मामले की गहन जांच की मांग की है।
पुलिस का हस्तक्षेप, लेकिन सवाल बने हुए हैं
मौके पर पहुंचे सदर थाना पुलिस ने स्थिति को काबू में किया और परिजनों को शांत करवा कर अस्पताल प्रशासन से बातचीत की। इस घटना ने अस्पतालों की मोर्चरी में सुरक्षा और प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह मात्र लापरवाही थी या सचमुच कुछ और?
अस्पताल प्रबंधन की चुप्पी, लेकिन घटना ने लोगों को झकझोरा
अस्पताल प्रबंधन ने इस पर अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है, जिससे स्थानीय लोग और परिजन दोनों ही आक्रोशित हैं। इस घटना ने न केवल अस्पताल की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगाया है बल्कि लोगों के अंदर सुरक्षा की भावना को भी ठेस पहुंचाई है। क्या धनबाद में इंसानियत इतनी कमजोर पड़ गई है कि अब शव तक सुरक्षित नहीं रह सकते?
इस शर्मनाक घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
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