Mango Fire Incident: देवेंद्र लोक में लगी भीषण आग, झारखंड फायर ब्रिगेड की नाकामी पर उठे सवाल
मानगो के देवेंद्र लोक अपार्टमेंट में भीषण आग लगने पर झारखंड फायर ब्रिगेड नाकाम साबित हुई। टाटा स्टील की फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया। जानिए पूरी घटना।
मानगो के डिमना रोड स्थित देवेंद्र लोक अपार्टमेंट में सोमवार को भीषण आग लग गई, जिससे वहां के निवासी घबराए हुए थे। यह घटना पांचवें मंजिल पर स्थित चंदन कुमार शर्मा के फ्लैट में हुई, जहां एक कमरे में रखा हुआ सारा सामान जलकर राख हो गया।
आग की लपटों ने घर के अंदरूनी हिस्से को अपनी चपेट में लिया, और यह संभवत: शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी। फ्लैट के मालिक चंदन कुमार शर्मा ने जैसे ही इस घटना के बारे में बताया, उन्होंने झारखंड सरकार के अग्निशामक विभाग को कॉल किया, लेकिन सरकारी अग्निशामक गाड़ी मौके पर पहुंचने के बाद भी काम नहीं कर रही थी।
झारखंड फायर ब्रिगेड की नाकामी पर उठे सवाल
स्थानीय थाना और झारखंड फायर ब्रिगेड के दस्ते द्वारा तत्काल कोई मदद न मिलने पर, स्थानीय निवासी और समाजसेवी विकास सिंह ने बिना वक्त गंवाए टाटा स्टील के फायर ब्रिगेड विभाग को कॉल किया। टाटा स्टील की फायर ब्रिगेड टीम घटनास्थल पर कुछ ही देर में पहुंची और वहां के हालात को नियंत्रित करने की कोशिश की।
इस बीच, फ्लैट की महिलाओं ने खुद ही आग पर काबू पा लिया था, लेकिन टाटा स्टील की फायर ब्रिगेड की टीम ने दीवार को ठंडा करने का काम किया और आग के फैलाव को पूरी तरह से रोकने में मदद की।
किस तरह आग लगी और स्थानीय लोगों ने किया राहत कार्य
चंदन शर्मा ने बताया कि उनकी बहन का हाल ही में निधन हुआ था और वह अपनी बहन के घर से लौट रहे थे। जब वह बहन के घर से बाहर आ रहे थे तो उन्होंने देखा कि खिड़की से आग की लपटें निकल रही थीं। उन्होंने तुरंत देवेंद्र लोक अपार्टमेंट में पहुंचकर लोगों को आग लगने की सूचना दी और जिस तरह से बन पड़ा, लोगों ने राहत कार्य शुरू कर दिया।
विकास सिंह ने घटना स्थल पर पहुंचकर झारखंड सरकार के अग्निशामक विभाग को तत्काल सुधार करने का सुझाव दिया और जिला प्रशासन से अपील की कि अग्निशामक गाड़ियों को दुरुस्त किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं में त्वरित प्रतिक्रिया हो सके।
राज्य की अग्निशामक सेवाओं की कमजोरियों पर सवाल उठाए गए
इस घटना के बाद, स्थानीय लोगों ने झारखंड सरकार की अग्निशामक सेवाओं की गंभीर कमियों पर सवाल उठाए। जब राज्य की अग्निशामक गाड़ी को तुरंत मौके पर पहुंचने के बावजूद कोई मदद नहीं मिल पाई, तो यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक बन गई। विकास सिंह ने जिला प्रशासन से यह अपील की कि अग्निशामक विभाग के उपकरणों और गाड़ियों की स्थिति को सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
टाटा स्टील के प्रयास की सराहना
हालांकि राज्य सरकार की फायर ब्रिगेड को लेकर सवाल उठ रहे हैं, वहीं टाटा स्टील की फायर ब्रिगेड टीम ने समय रहते घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। इसके साथ ही, स्थानीय समुदाय ने टाटा स्टील की फायर ब्रिगेड के प्रयासों की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया।
फायर सेफ्टी के महत्व पर जोर
यह घटना हमें यह समझाने का एक और कारण बनती है कि फायर सेफ्टी कितनी महत्वपूर्ण है। एक छोटी सी चूक किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। प्रशासन और स्थानीय नागरिकों को इससे सीखने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह के घटनाओं से बचा जा सके।
मानगो के देवेंद्र लोक अपार्टमेंट में लगी आग और झारखंड फायर ब्रिगेड की नाकामी ने स्थानीय समुदाय को संकट में डाल दिया, लेकिन टाटा स्टील की फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। इस घटना ने एक बार फिर से राज्य की अग्निशामक सेवाओं की स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं, इस घटना ने फायर सेफ्टी के महत्व को भी उजागर किया है।
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