Graduate College Welcome: बीएड छात्राओं के लिए भव्य परिचय समारोह आयोजित
ग्रेजुएट महाविद्यालय के बीएड विभाग में नव-नामांकित छात्राओं का परिचय समारोह आयोजित किया गया। जानें इस कार्यक्रम की खास बातें और प्राचार्य द्वारा दिए प्रेरणादायक संदेश।
2 दिसंबर 2024 : ग्रेजुएट महाविद्यालय के बीएड विभाग ने अपने नव-नामांकित छात्राओं के लिए एक भव्य परिचय समारोह का आयोजन किया। सत्र 2024-26 की छात्राओं के स्वागत में आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षा और प्रेरणा के विशेष संदेश दिए गए। इस कार्यक्रम ने छात्राओं को न केवल एक नई शुरुआत की झलक दिखाई, बल्कि उनके शिक्षण जीवन की अहमियत और दायित्वों को भी रेखांकित किया।
प्राचार्या का प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. वीणा सिंह प्रियदर्शी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा,
"आपका इस विभाग में चयन आपकी मेहनत का प्रमाण है। आप समाज के भावी शिक्षक हैं। एक शिक्षक का काम केवल पढ़ाना नहीं, बल्कि समाज को दिशा देना भी है।"
उन्होंने छात्राओं को महाविद्यालय का गौरव बढ़ाने और समाज में शिक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने का संदेश दिया।
स्वागत और मार्गदर्शन का माहौल
बीएड विभाग की कोऑर्डिनेटर प्रो. डोरिस दास ने छात्राओं का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि विभाग उनकी हर समस्या के समाधान के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा,
"आपकी कोई भी परेशानी हो, हमारा दरवाजा हमेशा आपके लिए खुला है। मेहनत करें, परिणाम आपके ही हाथ में है।"
छात्राओं को विभाग की कार्यप्रणाली, नियम और अनुशासन के महत्व को समझाते हुए बीएड विभागाध्यक्ष डॉ. विशेश्वर यादव ने समय-सारणी का पालन करने और नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित रहने पर जोर दिया।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां
कार्यक्रम का संचालन डॉ. मीनू वर्मा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रानी सिंह ने दिया। इस अवसर पर विभाग के अन्य शिक्षकगण, जिनमें डॉ. पूनम ठाकुर, डॉ. अपराजिता, डॉ. जया शर्मा, प्रो. दीपिका कुजूर, डॉ. श्वेता बागडे, प्रो. इंदु सिंहा, प्रो. प्रीति सिंह, और प्रो. प्रेमलता पुष्प जैसे नाम शामिल थे, ने भी उपस्थिति दर्ज कराई।
बीएड की यात्रा का ऐतिहासिक संदर्भ
भारत में बीएड कोर्स 20वीं सदी की शुरुआत से ही शिक्षकों की पेशेवर दक्षता को बढ़ावा देने के लिए अनिवार्य किया गया है। यह न केवल एक शिक्षण डिग्री है, बल्कि शिक्षक और समाज के बीच एक गहरी कड़ी बनाने का माध्यम भी है। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से, छात्र न केवल शिक्षण तकनीकों को सीखते हैं, बल्कि अपने विद्यार्थियों को जीवन के बड़े उद्देश्य समझाने के लिए प्रेरित होते हैं।
महत्वपूर्ण बातें जो छात्राओं को ध्यान रखनी चाहिए
- समय-सारणी का पालन करें और नियमित रूप से कक्षाओं में भाग लें।
- शिक्षकों के अनुभव और मार्गदर्शन का लाभ उठाएं।
- समाज में बदलाव लाने के लिए अपने शिक्षण को एक मिशन समझें।
ग्रेजुएट महाविद्यालय का यह कार्यक्रम एक नई शुरुआत का प्रतीक है। यहां नव-नामांकित छात्राओं को केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक मिशन और उद्देश्य के साथ तैयार किया जा रहा है। कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि बीएड विभाग केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि नैतिकता और जिम्मेदारी का पाठ भी पढ़ाएगा।
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