Bokaro Theft: उपायुक्त के घर से चोरी, सफाईकर्मी का राज खुलते ही पुलिस दंग!

बोकारो में उपायुक्त आवास से सालभर से हो रही थी चोरी! सफाईकर्मी पारो देवी के घर से मिला चोरी का सामान, लेकिन गहनों का अब तक सुराग नहीं। पढ़ें पूरी खबर!

Feb 23, 2025 - 15:04
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Bokaro Theft: उपायुक्त के घर से चोरी, सफाईकर्मी का राज खुलते ही पुलिस दंग!
Bokaro Theft: उपायुक्त के घर से चोरी, सफाईकर्मी का राज खुलते ही पुलिस दंग!

बोकारो: उपायुक्त आवास से चोरी हुए सामानों को लेकर बीते तीन दिनों से परेशान पुलिस को आखिरकार बड़ी सफलता मिली। शनिवार को पुलिस ने आरोपी सफाईकर्मी के घर से महंगे कपड़े, परफ्यूम और नकदी समेत कई सामान बरामद किए। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि चोरी हुए आभूषण कहां गए? गोताखोरों की टीम अब भी तालाब के अंदर खंगालने में जुटी हुई है, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।

सफाईकर्मी ने धीरे-धीरे लूट लिया पूरा घर!

गिरफ्तार आरोपी महिला सफाईकर्मी पारो देवी पिछले एक साल से उपायुक्त आवास से चोरी कर रही थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि वह डीसी विजया जाधव के पदस्थापन काल से लगातार सामान अपने घर ले जा रही थी। लेकिन इतनी बड़ी चोरी होने के बावजूद किसी को भनक तक नहीं लगी।

पुलिस के छापे में खुली पोल! घर में भरा मिला चोरी का सामान

जब बीएस सिटी इंस्पेक्टर सुदामा कुमार दास के नेतृत्व में पुलिस टीम ने पारो देवी के चास स्थित घर पर छापा मारा, तो वहां का नजारा देखकर सब दंग रह गए। घर में महंगे परफ्यूम, दो मोबाइल, कीमती साड़ियां, शॉल, शूट और अन्य घरेलू सामान भरे पड़े थे। पुलिस ने 95 हजार की चोरी गई नकदी में से केवल सात हजार रुपये बरामद किए हैं, बाकी की रकम आरोपी महिला ने ऑनलाइन अपने बेटे और कुछ अन्य लोगों को ट्रांसफर कर दी थी।

आभूषणों का राज गहराया, तालाब में खोजबीन जारी

पुलिस को पारो देवी के घर से केवल एक सोने की अंगूठी मिली है, जबकि अन्य चोरी किए गए आभूषणों का अब तक कोई पता नहीं चला। पूछताछ में पारो देवी ने बताया कि उसने चोरी के गहनों को महतो बांध तालाब में फेंक दिया है। इसके बाद गोताखोरों की टीम पिछले तीन दिनों से तालाब के हर कोने को खंगाल रही है, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी।

इतनी बड़ी चोरी और किसी को खबर तक नहीं?

इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि उपायुक्त आवास से लगातार चोरी होती रही, लेकिन किसी ने इसे नोटिस क्यों नहीं किया? क्या सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक थी या फिर कोई अंदरूनी मिलीभगत थी? पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि आखिर पारो देवी को इतनी आजादी कैसे मिली कि वह एक साल तक बिना पकड़े सामान उठाती रही।

बेटे और अन्य लोगों पर भी गिर सकती है गाज

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि पारो देवी ने चोरी किए गए पैसों का एक हिस्सा अपने बेटे और कुछ अन्य लोगों को ऑनलाइन ट्रांसफर किया है। अब पुलिस इन ट्रांजेक्शनों की भी पड़ताल कर रही है और जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

क्या यह केवल चोरी का मामला है या कुछ और?

इस चोरी ने बोकारो पुलिस के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह मामला सिर्फ चोरी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें कोई बड़ा गिरोह तो शामिल नहीं? पारो देवी पिछले एक साल से चोरी कर रही थी, लेकिन उसने इतने दिनों तक गहनों को क्यों छुपाए रखा?

क्या उपायुक्त आवास की सुरक्षा पर उठेंगे सवाल?

बोकारो जैसे महत्वपूर्ण जिले के उपायुक्त आवास में इतनी बड़ी चोरी होना अपने आप में एक चिंता का विषय है। आमतौर पर ऐसे सरकारी आवासों में कड़ी सुरक्षा रहती है, लेकिन यहां चोरी का सिलसिला एक साल तक चलता रहा।

अब आगे क्या?

  • पुलिस चोरी गए आभूषणों की तलाश में जुटी है।
  • पारो देवी से लगातार पूछताछ हो रही है।
  • उसके बेटे और अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है।
  • पुलिस मामले में और गिरफ्तारियां कर सकती है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।