Rural Development : Bodam में प्रशासन का दौरा, सरकार की योजनाओं से जुड़ने का अवसर, बिजली और सड़क पर भी बड़ी घोषणाएं
Bodam के सुदूर कोकादसा गांव में परियोजना निदेशक का निरीक्षण, ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए फॉर्म भरे गए। बिजली और सड़क की समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन ने की महत्वपूर्ण घोषणाएं। जानें इस यात्रा से जुड़ी अहम बातें।
Bodam, झारखंड – झारखंड के बोड़ाम प्रखण्ड के सुदूर कोकादसा गांव में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जिला प्रशासन का निरीक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल के निर्देश पर परियोजना निदेशक, आईटीडीए श्री दीपांकर चौधरी ने कोकादसा गांव का दौरा किया और यहां के ग्रामीणों से संवाद किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी और गांव के विकास को लेकर प्रशासन की प्राथमिकताओं को साझा किया।
ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास
परियोजना निदेशक श्री दीपांकर चौधरी ने गांव में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र और प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया और वहां बच्चों की उपस्थिति, शिक्षकों की स्थिति तथा मिड डे मील की गुणवत्ता का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। गांव में रहने वाले पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए मौके पर ही फार्म भरवाए गए, जिसमें सर्वजन पेंशन योजना, झारखंड मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मनरेगा, और कृषि, बागवानी व पशुपालन योजनाएं शामिल थीं। इसके अलावा, उन्हें सीएमईजीपी (Chief Minister Employment Generation Programme) के तहत लाभ उठाने के लिए भी प्रेरित किया गया ताकि आवश्यक स्थिति में आवागमन में कोई परेशानी न हो।
बिजली और सड़क की समस्याओं पर प्रशासन का ध्यान
कोकादसा गांव में बिजली और सड़क की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने अपनी शिकायतें दर्ज कीं। परियोजना निदेशक ने इन समस्याओं के बारे में बात की और ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन इस पर पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने बताया कि गांव में बिजली की सुविधा बहाल करने का काम तेजी से चल रहा है। कुछ जगहों पर बिजली के पोल गिर चुके हैं, लेकिन दो महीने के भीतर इन समस्याओं को दूर कर लिया जाएगा। इसके अलावा, सड़क के निर्माण के लिए जिला दण्डाधिकारी को संज्ञान में लिया गया है और इस मामले पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान की दिशा में कदम
परियोजना निदेशक श्री दीपांकर चौधरी ने यह भी बताया कि, चूंकि कोकादसा एक सुदूर गांव है, इसलिए उनके द्वारा प्रखंड के अधिकारियों के साथ बाइक से यात्रा की गई थी। इस यात्रा के दौरान उन्होंने ग्रामीणों से उनके मुद्दों और समस्याओं के बारे में जानकारी ली। ग्रामीणों ने सड़क और बिजली के अलावा अन्य आवश्यकताओं के बारे में भी बात की, और इन सभी मामलों को प्रशासन ने प्राथमिकता पर रखा है।
आशा का नया संदेश: ग्रामीणों के लिए विकास के द्वार
इस निरीक्षण के दौरान यह साफ हो गया कि जिला प्रशासन ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए संवेदनशील है और विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। आने वाले दिनों में ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिलेगा और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
कोकादसा गांव का यह निरीक्षण यह दर्शाता है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन कड़ी मेहनत कर रहा है। बिजली, सड़क, और अन्य बुनियादी सुविधाओं को लेकर की जा रही घोषणाओं से ग्रामीणों को उम्मीद की नई किरण मिली है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रशासन इन समस्याओं को जल्दी और प्रभावी रूप से हल कर पाता है।
What's Your Reaction?