Birsanagar Seva: बिरसानगर गुरुद्वारा में प्रकाश पर्व का भव्य आयोजन, अटूट लंगर के बाद किसे और क्यों किया गया सम्मानित

क्या आप जानते हैं कि बिरसानगर के गुरुद्वारा साहेब बाबा वडभाग सिंह जी में गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व इतनी श्रद्धा और सत्कार से क्यों मनाया गया? अखंड पाठ की समाप्ति और कीर्तन गायन के बाद युवा समाजसेवी इंदरजीत सिंह और झामुमो नेता सिमरन भाटिया को क्यों सम्मानित किया गया? गुरु का अटूट लंगर बरताने का क्या ऐतिहासिक महत्व है? पूरी जानकारी पढ़ें!

Nov 6, 2025 - 13:24
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Birsanagar Seva: बिरसानगर गुरुद्वारा में प्रकाश पर्व का भव्य आयोजन, अटूट लंगर के बाद किसे और क्यों किया गया सम्मानित

जमशेदपुर, 5 नवंबर 2025 – गुरु नानक देव जी का 556वां प्रकाश पर्व जमशेदपुर में पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। बिरसानगर स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहेब बाबा वडभाग सिंह जी में आयोजित कार्यक्रम खास आकर्षण का केंद्र रहा, जहां हजारों की संख्या में संगत ने एकत्रित होकर गुरु के चरित्र और शिक्षाओं को याद किया। यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक रंग से रंगा था, बल्कि गुरु नानक देव जी के 'सेवा' और 'समानता' के मूल सिद्धांतों को चरितार्थ करता हुआ दिखा। गुरुद्वारा साहिब के बाबा अवतार सिंह पिंटू की देखरेख में संपन्न हुए इस कार्यक्रम में युवा समाजसेवियों को सम्मानित करना एक प्रेरणादायक पहल रही।

कीर्तन और अरदास: अखंड पाठ के बाद बना भक्ति का माहौल

गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की शुरुआत गहन धार्मिक आयोजनों के साथ हुई।

  • समाप्ति और कीर्तन: गुरुद्वारा साहिब के बाबा अवतार सिंह पिंटू ने बताया कि सबसे पहले पूरी श्रद्धा के साथ 'अखंड पाठ' की समाप्ति हुई। उपरांत, बाबा निर्मल सिंह एवं मोहन सिंह जी ने मधुर कीर्तन गायन से संगत को मंत्रमुग्ध कर दिया।

  • सरबत का भला: 'सरबत के भले' की अरदास के बाद संगत के बीच गुरु का 'अटूट लंगर' बरताया गया। गुरु नानक देव जी के समय से चली रही लंगर की यह परंपरा, बिना किसी भेदभाव के सबको एक साथ बैठाकर भोजन कराने के समानता के सिद्धांत को पुष्ट करती है।

सामाजिक सेवा का सम्मान: युवा नेताओं को क्यों किया गया पुरस्कृत

इस धार्मिक कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण पहलू समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं का सम्मान था।

  • सम्मान पाने वाले: युवा समाजसेवी इंदरजीत सिंह, झामुमो के युवा नेता सिमरन भाटिया, तजेंद्रपाल सिंह और आरव सागर को उनके सकारात्मक योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

  • प्रेरणा: यह सम्मान दर्शाता है कि गुरुद्वारा प्रबंधन सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक सेवा और युवाओं को प्रेरित करने के कार्यों को भी उतना ही महत्व देता है।

गुरुद्वारा साहिब के बाबा अवतार सिंह पिंटू के साथ-साथ पुरन सिंह, सोहन सिंह, हरदीप सिंह रायत, हरभजन सिंह, नवजोत सिंह, हरजीत सिंह विक्की, हरदीप सिंह और गुरदीप सिंह सहित कई अन्य सदस्य पूरी लगन और सेवा भाव से आयोजन को सफल बनाने में जुटे रहे।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।