Bijapur Journalist Murder: पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या, सेप्टिक टैंक में मिला, कांग्रेसी नेता और ठेकेदार पर संदेह!

बीजापुर में नक्सल मामलों के चर्चित पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की सनसनीखेज खबर, शव सेप्टिक टैंक में मिला और कांग्रेसी नेता पर आरोप। पढ़ें पूरी घटना के बारे में।

Jan 4, 2025 - 11:56
Jan 4, 2025 - 12:01
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Bijapur Journalist Murder: पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या, सेप्टिक टैंक में मिला, कांग्रेसी नेता और ठेकेदार पर संदेह!
Bijapur Journalist Murder: पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या, सेप्टिक टैंक में मिला, कांग्रेसी नेता और ठेकेदार पर संदेह!

बीजापुर, 4 जनवरी 2025: बीजापुर जिले में पत्रकारिता की दुनिया से एक बेहद दुखद और हृदयविदारक घटना सामने आई है। मुकेश चंद्राकर, जो नक्सल मुद्दों पर अपनी बेबाक रिपोर्टिंग के लिए प्रसिद्ध थे, 1 जनवरी से लापता हो गए थे। दो दिन बाद, उनके शव का पता सुरेश चंद्राकर के कंस्ट्रक्शन कंपनी के परिसर में स्थित सेप्टिक टैंक से मिला। यह सनसनीखेज घटना जिले में राजनीतिक और अपराधी हलकों में चर्चा का विषय बन गई है।

कैसे हुआ पत्रकार मुकेश चंद्राकर का कत्ल?

मुकेश का शव शुक्रवार शाम करीब सात बजे निकाला गया, और जब शव की जांच की गई तो उनके शरीर पर धारदार हथियार से वार के स्पष्ट निशान थे। मुकेश के सिर पर कई गंभीर चोटों के निशान थे, जो यह साबित करते हैं कि उनकी हत्या नृशंस तरीके से की गई थी। शव को सेप्टिक टैंक में फेंक कर फ्लोरिंग से ढक दिया गया, ताकि साक्ष्य छुपाए जा सकें।

साक्ष्य छिपाने की इस कोशिश के बावजूद पुलिस ने पूरी मेहनत से शव को बरामद किया। तीन घंटे तक चले कड़ी मेहनत के बाद शव को बाहर निकाला गया, और तब पुलिस ने हत्या की साजिश का खुलासा किया।

कांग्रेसी नेता सुरेश चंद्राकर पर संदेह

मुकेश के परिवार का आरोप है कि इस हत्या के पीछे कांग्रेसी नेता और ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का हाथ हो सकता है। उनका कहना है कि सुरेश का संबंध मुकेश से रिश्तेदारी में था, और दोनों के बीच भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर विवाद था। मुकेश ने कुछ दिनों पहले गंगालूर रोड में हुए भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था, जिससे सुरेश को खतरा महसूस हुआ।

इस हत्या के बाद पुलिस ने सुरेश चंद्राकर के फोन लोकेशन का ट्रैक किया, जो उनकी कंस्ट्रक्शन कंपनी के परिसर में पाया गया। सुरेश फिलहाल फरार है, और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

पुलिस की जांच और राज्य की राजनीति में हलचल

बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम बनाई है, जिसमें एएसपी चंद्रकांत गोवर्ना और थाना प्रभारी शामिल हैं। पुलिस ने सुरेश के छोटे भाई रीतेश चंद्राकर को भी गिरफ्तार किया, जिसकी थार गाड़ी हैदराबाद से बरामद हुई। पुलिस का मानना है कि सुरेश और रीतेश के बीच कुछ गहरे संबंध हो सकते हैं, जो इस हत्या के पीछे की साजिश को और भी संदिग्ध बना रहे हैं।

मुख्यमंत्री का शोक और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुकेश की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल पत्रकारिता के क्षेत्र में एक बड़ी क्षति है, बल्कि राज्य में कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा करती है। मुख्यमंत्री ने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि उन्हें कड़ी सजा दिलवाने के लिए पुलिस को पूरी ताकत से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।

बीजापुर में पत्रकारों का विरोध

पत्रकारों ने इस हत्याकांड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बीजापुर में शनिवार को बंद का आह्वान किया गया और अस्पताल चौक पर दो घंटे का सांकेतिक चक्काजाम भी किया जाएगा। पत्रकारों ने इस हत्या को पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर हमला बताया और सुरेश चंद्राकर की गिरफ्तारी की मांग की।

सुरेश चंद्राकर का विवादास्पद इतिहास

ठेकेदार और कांग्रेसी नेता सुरेश चंद्राकर पहले भी चर्चा में रह चुके हैं। वर्ष 2021 में उन्होंने एक हेलीकाप्टर में बरात निकाली थी, जिसमें उन्होंने 10 करोड़ रुपये खर्च किए थे। सुरेश का परिवार सलवा जुड़ूम आंदोलन के बाद बीजापुर में बस गया था, और उसने यहां ठेकेदारी का काम शुरू किया था। कुछ ही वर्षों में वह बीजापुर का एक बड़ा ठेकेदार बन गया।

मुकेश चंद्राकर और सुरेश चंद्राकर के बीच बढ़ते विवाद और भ्रष्टाचार को लेकर झगड़े की अफवाहें भी हैं, जो इस हत्या के पीछे की कहानी को और जटिल बना रही हैं।

बीजापुर में मुकेश चंद्राकर की हत्या न केवल पत्रकारिता जगत के लिए एक बड़ी क्षति है, बल्कि यह पूरे राज्य में सुरक्षा और राजनीतिक दबाव की एक गंभीर तस्वीर प्रस्तुत करती है। पुलिस जांच तेज़ी से चल रही है, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।